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पच्चास फीसदी अंकों की शर्त हटी स्टाफ रिपोर्टर — शिमला राज्य के सरकारी स्कूलों में अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र अब पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए पात्र होंगे। शिक्षा विभाग ने इन छात्रों के लिए 50 फीसदी अंकों की शर्त को हटा दिया है। अभी तक इसमें अंकों की अनिवार्यता तय कर गई थी। नेशनल स्कॉलरशिप

सरकारी व्यवस्था में निजी व्यापार को प्रोत्साहन देना ज़रूरी कदम होगा, किंतु साथ ही निजी बाज़ार पर नियंत्रण रखने के लिए, बाज़ार से विपरीत चलने की व्यापारिक होशियारी और कला अपनानी होगी। यानी निजी बाज़ार एक रेंज में रहें तो सरकार को निष्क्रिय रहना चाहिए। रेंज का न्यूनतम भाव एमएसपी होगा और ऊपरी भाव ऐसा

तपोवन में शोकोद्गार प्रस्ताव के साथ शुरू हुआ विधानसभा का शीत सत्र दिव्य हिमाचल ब्यूरो – धर्मशाला धर्मशाला के तपोवन विधानसभा में शुक्रवार को शीतकालीन सत्र की शुरुआत शोकोद्गार प्रस्ताव के साथ हुई। सदन ने पूर्व विधानसभा सदस्यों के निधन सहित हाल ही में तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत

विशेष संवाददाता—शिमला राज्य में पहली बर्फबारी से प्रभावित मार्ग बहाल नहीं हो पा रहे हैं। लाहुल-स्पीति समेत प्रदेश भर में 71 मार्ग बाधित हैं। इन मार्गों से जुड़े ग्रामीण इलाकों के लोग घरों में कैद हो गए हैं। इनमें से 69 मार्ग अकेले लाहुल-स्पीति में हैं, जबकि दो अन्य मार्ग कुल्लू और चंबा जिला में

शिमला, मंडी। हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने प्रदेश सरकार से पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर ने कहा कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्य सरकारों व केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम लागू की है। इस व्यवस्था को जनवरी 2004

सूरत पुंडीर — नाहन करीब छह दशक से भी अधिक समय से लंबित हिमाचल प्रदेश के सबसे पुराने मुद्दों व मांगों में शुमार जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय के जनजातीय क्षेत्र का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आया है। पूरी तरह से छह दशक से गांधीगिरी के साथ अपनी मांग

 ब्रह्मसरोवर के चारों ओर श्लोकोच्चारण से भक्तिमय हुआ माहौल कुरुक्षेत्र 9 दिसंबर(बृज मोहन) मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच कुरुक्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 का आगाज हुआ। इस आगाज के साथ ही ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा गीतामय हो गई। इसके साथ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, त्रिदंडी चिन्ना मन्नारायणा रामानुज जीयर स्वामी, गीता मनीषी

दिल चीरती इस तस्वीर को देखिए। दोनों के ताबूत अगल-बगल। साथ जीने और साथ मरने की कसम आज दोनों ने पूरी कर दी। पूरा देश रो रहा है। यकीन नहीं हो रहा कि आज वह तेजतर्रार चेहरा, कड़क मिजाज शख्स हमारे बीच नहीं रहा। तिरंगे में लिपटा उनका शरीर ताबूत में बंद है और आस-पास शौर्यता, वीरता के नारे लग रहे हैं... भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद, जनरल सीडीएस रावत अमर रहें, मधुलिका रावत अमर रहें...चारों तरफ आसमान में एक गूंज हैं। दुख तो है मगर चेहरे में उदासी नहीं। अगल-बगल ताबूत में सीडीएस बिपिन रावत हैं और उनके बगल में उनकी पत्नी मधुलिका रावत हैं। दोनों ने एक साथ ही इस देश के लिए अपनी कुर्बानियां दे दीं। पूरे देश का माहौल गमगीन है। हर आंख नम है। मधुलिका और बिपिन ने आखिरी वक्त पर एक दूसरे को अकेले नहीं छोड़ा। कभी-कभी ख्याल आता है कि एक फौजी की पत्नी हमेशा अपने फौजी पति से तोहफे में उनसे सलामती मांगती है। वह हर तीज त्योहार अपने पति की लंबी आयु मांगती है। जब भी उसकी पति से बात होती है तो बस एक ही वादा करने को कहती है...मुझको अकेले छोड़कर मत जाना। तुमको अगर कुछ भी हो भगवान उससे पहले मुझे उठा ले। मगर देखो तो मधुलिका और बिपिन का मुकद्दर। कभी साथ न छोडऩे वाला वादा। दोनों आज भी साथ है।