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थाइराइड ग्लैंड में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाने के कारण यह समस्या होती है। बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में थाइराइड का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है… थाइराइड की समस्या आजकल आम सुनने को मिल रही है, हालांकि पुरुषों की बजाय महिलाएं इसकी

हमेशा हाथ-पैर ठंडे रहने की वजह कमजोर ब्लड सर्कुलेशन भी हो सकता है। यदि इस मौसम में या साल भर आपके हाथ-पैर ठंडे  रहते हैं, तो इसके पीछे डायबिटीज, ल्यूपस, थाइराइड, रेनॉडस रोग, तंत्रिका तंत्र संबंधी विकार, एनीमिया जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं… सर्दियों के मौसम में हाथ-पैर ठंडे रहना आम बात है, लेकिन

अभी भी मृत जलयानों का प्रेत रूप में जीवित रहना किसी प्रामाणिक कसौटी पर खरा सिद्ध नहीं हुआ है। इसलिए उस मान्यता को भ्रम स्तर पर ही रखा गया है। फिर भी शोधकर्ताओं को स्वयं इस निष्कर्ष से संतोष नहीं  हुआ है… -गतांक से आगे… अभी भी मृत जलयानों का प्रेत रूप में जीवित रहना

* गले में खराश है तो दो-तीन तुलसी के पत्ते लेकर पानी में डालें और हल्की आग पर उबालें, जब तुलसी का सारा रस निकल जाए, तो इस पानी से गरारे करें। * पेट फूल रहा है, तो एक चौथाई चम्मच सोडा पानी में डालकर  पिएं। * मुंह में छाले हैं, तो केले का पेस्ट

ओशो वास्तविक धर्म को ईश्वर और शैतान, स्वर्ग और नरक से कुछ लेना-देना नहीं है। धर्म के लिए अंग्रेजी में जो शब्द है रिलीजन, वह महत्त्वपूर्ण है। उसे समझो, उसका मतलब है खंडों को, हिस्सों को संयुक्त करना ताकि खंड-खंड न रह जाए वरन पूर्ण हो जाए। इसका  मूल अर्थ है एक ऐसा संयोजन बिठाना

मूल मंत्र : ऐें क्लीं सौः। देवी के मूल मंत्र का तीन लाख की संख्या में जप करना चाहिए तथा मधु (शहद) सहित पलाश या कनेर के पुष्पों से दशांश हवन करना चाहिए। श्री बाला की उपासना में ब्रह्मा, विष्णु और महेश जैसे देव सदा तत्पर रहते हैं। ऐसी देवी का ध्यान करके जो भी

हे मैत्रेय जी! राजा आग्नीघ्र ने पुत्रों को इस प्रकार इन वर्षों का राज्य दिया और स्वयं तप करने को शालग्राम नामक अत्यंत पुनीत क्षेत्र को चले गए। किंपुरुषादि जो आठ वर्ष है, उनके सुख की इतनी अधिकता है कि बिना किसी प्रकार का यत्न किए स्वभाव से ही सब भोग-सिद्धियों की प्राप्ति होती है…

गुरुओं, अवतारों, पैगंबरों, ऐतिहासिक पात्रों तथा कांगड़ा ब्राइड जैसे कलात्मक चित्रों के रचयिता सोभा सिंह पर लेखक डा. कुलवंत सिंह खोखर द्वारा लिखी किताब ‘सोल एंड प्रिंसिपल्स’ कई सामाजिक पहलुओं को उद्घाटित करती है। अंग्रेजी में लिखी इस किताब के अनुवाद क्रम में आज पेश हैं ‘किताबों’ पर उनके विचार… -गतांक से आगे… विश्वास बहुत

बच्चों में विभिन्न प्रकार की एलर्जी होने की प्रवृत्ति होती है और एलर्जी उत्पन्न करने वाले कारण कई होते हैं। जैसे धूल के कण, पालतू जानवर और कुछ भोज्य पदार्थ। कुछ बच्चों को कॉस्मेटिक्स मिलाए जाने वाले सौंदर्य प्रसाधनों, कपड़े धोने वाले साबुन,घर में इस्तेमाल होने वाले क्लीनर्स से भी एलर्जी हो जाती है। एलर्जी