कम्पीटीशन रिव्यू

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा निम्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पद – अप्रेंटिस क्लर्क। रिक्तियां – 113. शैक्षणिक योग्यता – किसी भी विषय में स्नातक डिग्री। आयु सीमा – 18 से 35 वर्ष। परीक्षा की तिथि – 26 फरवरी, 2017. ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि

स्वतंत्रता से पहले महाराजा पटियाला की ग्रीष्मकालीन राजधानी कहां पर स्थित थी? (क) चैल में                (ख) कालका में (ग) शिमला में            (घ) नालदेहरा में ‘ चूड़धार पर्वत शिखर ’ हिमाचल प्रदेश के किस जिले में स्थित है? (क) सोलन में             (ख) कांगड़ा में (ग) सिरमौर में           (घ) मंडी में शिमला का सुप्रसिद्ध ‘ हनुमान मंदिर

बिना मुस्लिम लीग के बनी अंतरिम सरकार उधर कांग्रेस ने वायसराय के ताजा प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया था और 12 अगस्त को वायसराय ने कांग्रेस अध्यक्ष जवाहर लाल नेहरू को आमंत्रण दिया था कि वह अंतरिम सरकार की तत्काल स्थापना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें। पंडित नेहरू ने फिर एक बार प्रयत्न किया कि

सपने देखना एक खुशगवार तरीके से भविष्य की दिशा तय करना ही तो है। किसी भी उम्र के मन में सपनों की विविधता या विस्तार उसके महान या सफल होने का दिशा सूचक है। स्वप्न हर उम्र का व्यक्ति संजोता है, जो बहुत आवश्यक है… उम्र के हर लम्हे को जी भर कर जीना चाहिए

गांववासियों की कोशिश से अब यह भारत का पहला ‘धरोहर गांव’ कहलाता है। मुगल काल के दौरान अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली राजकुमारी ‘पराग’ के नाम पर इस गांव का नामकरण हुआ… परागपुर मुगल साम्राज्य और ब्रिटिश काल का गुलामी भरा जीवन भी परागपुर गांव के लोगों को अपनी संस्कृति और परंपराओं से

मैं इंडियन कोस्ट गार्ड से जुड़ कर करियर बनाना चाहती हूं। महिलाओं के लिए इसमें नौकरी की क्या-क्या संभावनाएं हैं? — रचना पुंडीर, नाहन इंडियन आर्म्ड फोर्सेज की सबसे युवा ब्रांच इंडियन कोस्ट गार्ड है। ये हमारी 7615 किमी लंबी कोस्टलाइन की रक्षा करते हैं। कुछ काम ये इंडियन नेवी के साथ मिल कर भी

खीर गंगा में पानी का स्रोत भी बहुत बड़ा है तथा जंगल का रास्ता कुछ कठिन है। इस स्थान पर शिव पुत्र कार्तिकेय ने तपस्या की थी। भूख तथा प्यास से अपने पुत्र को सुरक्षित रखने के लिए शिव-पार्वती ने यह पानी दिया… गर्म पानी के चश्मे हिमाचल प्रदेश की धरती पर कई स्थानों पर

सामान्य अवकाश तो दूर जोगिंद्र सिंह कोई साप्ताहिक अवकाश भी नहीं लेते हैं। जोगिंद्र सिंह का कहना है कि उनका प्रयास रहेगा कि वह एचआरटीसी से बिना अवकाश के सेवानिवृत्त हों। जोगिंद्र सिंह ने बताया कि साढ़े 11 वर्षों में वह केवल तीन रात्रि ही अपने घर रजाना गए हैं… आज सरकारी नौकरी पेशा लोग

बीआर राणा, प्रिंसीपल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नवाही ऐतिहासिक नवाही माता के मंदिर के समीप स्थित है। इस विद्यालय की स्थापना 1952 में मिडल स्कूल के रूप में हुई। सन् 1989 में हाई स्कूल व 2007 में वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला का दर्जा मिला। इस स्कूल में 450 विद्यार्थी और 40 शिक्षक व गैर शिक्षक हैं।