धर्मशाला —  पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश सहित जिला कांगड़ा में पिछले कई माह से चल रहा सूखा नए साल के पहले ही सप्ताह में दूर हो गया। पहाड़ों में जमकर बर्फबारी हुई, तो वहीं मैदानी क्षेत्र भी पूरी तरह से तर हो गए। इससे कई माह से आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे किसानों-बागबानों को

शहर में नाच-गाकर नए साल का स्वागत ऊना —  ऊना में नए साल का शानदार आगाज हुआ। लोगों ने नववर्ष के मौके पर जमकर खरीददारी की। नववर्ष के चलते ऊना के शहरों में अपेक्षा से अधिक भीड़ उमड़ी रही। हालांकि नववर्ष के मौके पर बाजार आने वाले लोगों को कुछ समस्याओं का भी सामना करना

करसोग — उपमंडल मुख्यालय की स्थानीय सड़कों पर डराते हुए जानलेवा हमला करने वाले लावारिस पशु तथा अवारा कुत्ते लोगों को डरा रहे हैं। इससे आम लोगों का जीना लावारिस पशुओं तथा कुत्तों के कारण खतरे से खाली नहीं है। पिछले तीन दिनों के दौरान करसोग व भडारणू सड़क पर कुत्तों द्वारा लगभग चार लोगों

शिमला — भारी हिमपात ने समूचे जिला को शीतलहर की चपेट में ले लिया है। उस पर बिजली, पानी न होने से लोग घरों में रजाई में दुबकने के लिए मजबूर हो गए हैं। जिला शिमला के नारकंडा, कुफरी, खड़ा पत्थर, रोहड़ू के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शनिवार रात के समय भी बर्फबारी हुई है,

नगरोटा सूरियां —  पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल ट्रेक पर छोटे स्टेशनों पर यात्रियों को टिकटें न मिलने से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पठानकोट रेलवे स्टेशन पर भी लंबे समय से टिकट खिड़की खोलने की मांग अब तक पूरी नहीं हो पाई है। वरियाल, त्रिपल, लुनसू, मेघराज पुरा व बल्ले दा पीर आदि

हमीरपुर —  विद्युत ट्रांसमिशन मट्टणसिद्ध से बिजली सब-स्टेशन निर्माण के उपकरण चोरी हो गए। स्टोर के ताले तोड़ चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। करीब दो लाख के उपकरण चुरा लिए गए हैं। उपकरण कब चोरी हुए किसी को पता नहीं चल पाया। रविवार को स्टोर कीपर ने स्टोरों के ताले टूटे हुए देखे।

करसोग — मौसम ठीक रहा, सूर्यदेव ने साथ दिया तो इन परिस्थितियों में कम से कम सात दिन के बाद करसोग उपमंडल के लगभग 1400 उपगांवों व गांवों में बिजली व्यवस्था बहाल हो पाएगी। शुक्रवार रात से करसोग उपमंडल के सैकड़ों गांवों में बिजली गुल पड़ी है। हालांकि बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए विद्युत

नगरोटा बगवां  —  कहते हैं कि आदमी और पेड़ बूढ़ा भी हो जाए, तो उसका महत्त्व कम नहीं होता। पेड़ भले ही फल न दें, लेकिन छाया तो देते हैं। उसी प्रकार बुजुर्ग लोगों का मार्गदर्शन, अनुभव परिवार व समाज को दिशा देने की दृष्टि से अमूल्य ही माना जाता है। इसी सच्चाई को स्वीकार

कुल्लू  —  नगवाईं पंचायत के शिल्हमशोरा में सड़क पहुंचे हुए आधा दशक से भी ज्यादा समय हो गया है, लेकिन सड़क  क्यों पक्की नहीं हो पा रही है। लोग पक्की सड़क को लेकर कई बार लोक निर्माण विभाग से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन विभाग सुध नहीं ले पा रहा है। सड़क न बनने से