शिमला

 रामपुर बुशहर —रामपुर से जल्द हवाई सेवाएं शुरू होने जा रही हैं। केंद्रीय दल ने रामपुर हेलीपेड और झाकड़ी हेलिपैड का संपूर्ण दौरा किया और यहां पर कुछ बदलाव कर हवाई सेवाओं को शुरू करने के लिए सकारात्मक बिंदु रखे। टीम ने दोनों हेलिपैडों में सुरक्षा और बुनियादी सुविधाएं देने की सिफारिश की है, ताकि

 निरमंड —मानव उत्थान सेवा समिति शाखा निरमंड-कुल्लू के सौजन्य से निरमंड के खेल स्टेडियम में 12 व 13 मई को सायं चार से सात बजे तक विशाल सद्भावना सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें मानव धर्म के प्रेणता व सद्भावना के प्रबल समर्थक परमपूज्य श्री सतपाल जी महाराज के सद्भावना से ओतप्रोत मार्मिक

 शिमला  —नेहरू युवा केंद्र शिमला के युवाओं व युवा मंडलों के लिए सौ घंटे श्रमदान करके दो लाख रुपए ईनाम जीतने का सुनहरा अवसर है। राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाले युवा-युवामंडल को दो लाख रुपए ईनाम तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। वही दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने वाले को

 शिमला- सुन्नी   —राजधानी शिमला से लापता कारोबारी कर्ण का शव तत्तापानी के समीप कलंगार से बरामद किया गया। यह शव सतुलज नदी के किनारे पड़ा था। कारोबारी बीते तीन मई को अचानक घर से लापता हो गया था। वह यहां कैसे पहुंचा, इसकी मौत कैसे हुई, इस पर अभी रहस्य बरकार है। बहराल पुलिस ने

 शिमला  —जन एकता जन अधिकार आंदोलन (जेजा) शिमला शहर की बैठक शुक्रवार को शिमला में हुई। बैठक में सीटू, दलित शोषण मुक्ति मंच, जनवादी महिला समिति, एसएफआई, डीवाईएफआई, नोर्थ जोन इंश्योरेंस एम्प्लॉयीज एसोसिएशन, शिमला नागरिक सभा, जन विज्ञान आंदोलन बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर सोसायटी, बीएसएनएलइयू, उप नगरीय जन कल्याण समिति संगठन मौजूद रहे। इस

 शिमला  —प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल कालेज आईजीएमसी में मिल रही 617 जेनेरिक दवाइयों के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा। आईजीएमसी प्रशासन की ओर से चार से पांच महीने पहले सचिवालय भेजी गई जेनेरिक दवाइयों के प्रोपोजल की फाइल अभी तक सचिवालय नहीं पहुंच पाई है, जबकि आईजीएमसी प्रशासन का कहना है कि

 शिमला —नगर निगम शिमला और सैहब कर्मचारियों के मध्य विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पॉलिसी की मांग को लेकर सैहब सोसायटी कर्मचारियों ने एक सप्ताह की हड़ताल कर चुके है। अब छह वार्डों की आउटसोर्स करने के विरोध में सैहब कर्मचारियों ने कार्य छोड़ने की चेतावनी दी है। यह निर्णय शुक्रवार

शिमला  – शिमला में अभी भी सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पाई है। शहर के कई क्षेत्रों में जंगलों व सड़कों के किनारों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। हालांकि सैहब कर्मचारियों के कार्य पर लौटने से घरों से डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन स्कीम के तहत कूड़ा उठ रहा है, मगर अभी भी कई ऐसे

निगम प्रबंधन के खिलाफ लगाए नारे, आरएम न मिलने से और भड़का गुस्सा शिमला  – कुसुम्पटी के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली लोकल बस सेवा बंद होने के विरोध में ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं। गुरुवार को कुसुम्पटी के विभिन्न क्षेत्रों के ग्रामीणों ने ढली में चक्का जाम कर विरोध जताया। गुस्साए ग्रामीणों ने