मुंडकोपनिषद द्वितीय मुंडक प्रथम खंड के प्रथम ही श्लोक में यह उपदेश है कि जैसे प्रचंड जलती हुई अग्रि से सहस्रों चिंगारियां उत्पन्न होती हैं, इसी प्रकार अक्षर अर्थात अविनाशी परमेश्वर से (जड़ प्रकृति में चेतन ईश्वरीय शक्ति के प्रभाव से) यह चेतन एवं जड़ दोनों जगत उत्पन्न होते हैं और प्रलय में उसी में लीन हो जाते हैं...

भारत देश में कई फेमस और प्राचीन मंदिर हैं। इन मंदिरों में विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं हंै, जिनकी विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने का नियम है। वहीं कुछ ऐसे मंदिर भी हैं, जो अपने आप स्थापित हैं...

इस वजह से उनकी बौखलाहट सही थी। किंतु बंगलावासी द्वारा जो हिंदू जाति का प्रमुख पत्र था, विरोध करना समझ से बाहर था। वास्तव में बंगलावासी के संपादक स्वामी जी के उदार दृष्टिकोण और हिंदू धर्म का चौके-चूल्हे की सीमा से बाहर निकालने की घोषणा के तत्त्व को आत्मसात नहीं कर सके थे। वे चिंता के कारण विपक्ष में जा खड़े हुए थे। इस निंदा प्रचार का वराह नगर मठ में स्वामी जी के गुरु भाइयों पर यद्यपि कोई प्रभाव नहीं पड़ा, किंतु मद्रास और देश के अन्य भागों में फैले हुए उनके श्रद्धालुओं और शिष्यों में

पहाड़ी राज्य हिमाचल देवभूमि के रूप में विख्यात है, क्योंकि यहां पर असंख्य देवी-देवताओं के प्राचीन ऐतिहासिक पावन स्थल मौजूद हैं, इसीलिए इनके दर्शनों को हर मौसम में बड़ी संख्या में देश-विदेश से भक्त यहां पहुंचते हैं।

मां गायत्री के पांच मुख और दस हाथ हैं। उनके इस रूप में चार मुख चारों वेदों के प्रतीक हैं एवं उनका पांचवां मुख सर्वशक्तिमान शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। मां के दस हाथ भगवान विष्णु के प्रतीक हैं। इतना ही नहीं त्रिदेवों की आराध्य भी मां गायत्री को ही कहा गया है...

कार्यालय संवाददाता-मंडी मंडी जिला में कुछ दिनों से प्रचंड गर्मी का पारा बढऩा शुरु हो गया है। जिसके चलते लोग अब तौबा-तौबा करने लग गए है। शुक्रवार को जिला में गर्मी का आलम यह रहा कि सूर्य देव ने आग बरसाते हुए गर्मी का पारा ञ्च 41 के पार हो गया। जिसके चलते दोपहर के

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला शिमला में तपती गर्मी इस बार वर्षो पुराने रिकार्ड तोड़ रही है। शुक्रवार को शिमला का तामपान 31 डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया है। 12 वर्ष के बाद जून महीने में शिमला का अधिकतम तापमान 31 डिग्री पहुंचा है। इससे पहले वर्ष 2012 में शिमला का तामपान जून महीने में 31 डिग्री सेल्सियस

प्रशासन ने जिला के पांच स्थानों पर आपदा प्रबंधन से बचने के लिए करवाई मॉक ड्रिल, हरदम सचेत रहने के लिए दिया संदेश दिव्य हिमाचल ब्यूरो-ऊना बाढ़-भूस्खलन और औद्योगिक इकाइयों में आग दुर्घटना जैसी किसी आपदा के समय बेहतर प्रबंधन और पूर्व तैयारी के आकलन के लिए ऊना जिला प्रशासन ने 14 जून को मेगा

इनसाफ संस्था के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार, वर्षाश्रालय- हेलि टैक्सी सेवा की उठाई मांग टीम-श्री चामुंडा जी, पालमपुर आदि हिमानी चामुंडा के दस किलोमीटर लंबे पैदल रास्ते पर वीएमजेएस योजना के अंतर्गत स्थानीय पंचायत के सहयोग से सोलर लाइटें लगाने वाली समाजसेवा में समर्पित इनसाफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक