युवाओं तक पहुंचेगी पुरानी जानकारी

By: Jan 5th, 2017 12:02 am

गांवों से जुड़ी गौरव पट्ट योजना पर विचार

चंडीगढ़ — हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री  ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा है कि युवा पीढ़ी को उनके पैतृक गांव से जुड़ी उल्लेखनीय उपलब्धियों को चिरस्थायी स्मरणीय बनाने के लिए हरियाणा में पहली बार ग्रामगाथा लिखने के लिए आरंभ की गई गौरव पट्ट योजना को लोगों की श्रद्धा एवं आस्था के रूप में स्थापित किया जाना चाहिए। धनखड़ गुरुवार को विकास एवं पंचायत विभाग के कार्यों की समीक्षा के लिए बुलाई गई अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराध संधू के अलावा विभिन्न जिलों के जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में श्री धनखड़ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिलावार गौरव पट्ट पत्रिका या कॉफी टेबल बुक के रूप में गौरव पट्टों पर अंकित ग्रामगाथाओं को संकलित करें ताकि लंबे समय तक इनका संदर्भ उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान को लोक चेतना में लाया जाना चाहिए। स्वतंत्रता सेनानियों, विक्टोरिया क्रॉस तथा गलेंटरी अवार्डी तथा खेल, शिक्षा व अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त विभूतियों की जानकारी युवा पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। गौरव पट्टों को लोग गांवों के देवी, देवताओं की तरह ही श्रद्धाभाव देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गौरव पट्टों पर अंकित की जाने वाली जानकारी एकत्रित करने के लिए हर जिला में दो, दो विद्वान व्यक्तियों की एक-एक कमेटी गठित की जानी चाहिए तथा सभी जिलों की गौरव पुस्तिका या गौरव रजिस्टर बनाए जाने चाहिए। बैठक में नवराज संधू ने मंत्री को इस बात से अवगत करवाया कि अब तक 684 गांवों की पहचान की जा चुकी है तथा छह गांवों में गौरव पट्ट लगाए जा चुके हैं तथा 51 में कार्य प्रगति पर है। उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि गौरव पट्ट के एक ओर स्वतंत्रता सेनानियों तथा दूसरी ओर शहीदों के नाम अंकित किए जा रहे हैं। बायीं ओर विशिष्ट विभूतियों व दानियों के नाम तथा दायीं ओर खिलाडि़यों के नाम लिखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के सभी गांवों में गौरव पट्ट स्थापित किए जाएंगे।


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