सड़कें रहीं बंद, बिजली ने भी किया तंग

By: Jan 16th, 2017 12:05 am

शिमला — सफेद चांदी का इंतजार कर रहे लोगों के लिए इस सप्ताह आसमान से सौगात तो बरसी, लेकिन अपने साथ आफत भी लेकर आई। बागबानांे व किसानों के लिए बर्फबारी सुखद एहसास लेकर आई वहीं पर्यटकों को भी खूब मजा आया, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए लगभग एक सप्ताह तक जिंदगी नरक के समान बन गई। अभी भी ये कायम है क्योंकि अव्यवस्था बर्फबारी पर भारी पड़ गई। बर्फबारी के बीच जहां कारोबारियों के चेहरे खिल उठे वहीं बड़ी संख्या में शिमला समेत ऊपरी शिमला के कुछ पर्यटक स्थलों में भी रौनक आ गई। शिमला व ऊपरी शिमला में अढ़ाई से तीन फुट तक बर्फ गिरी, जिससे शिमला शहर में ही 138 पेड़ गिर गए और बिजली की ट्रांसमिशन लाइनें टूट गईं। बिजली की लाइनें टूटने से पूरे शिमला जिला में लगातार छह दिन तक अंधेरा छाया रहा। ऊपरी शिमला के चौपाल के कई क्षेत्र तो अभी भी अंधेरे में हैं जहां के लोगों का जीवन मुश्किल से कट रहा है। इस पर  सरकार का आपदा प्रबंधन पूरी तरह से विफल हो गया। जिला के सभी रास्ते कई दिनों तक बंद रहे जहां पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा है। अभी तक जिंदगी शिमला जिला में पटरी पर नहीं आ सकी है।

चाबा में गाड़ी से साढ़े तीन किलो चरस पकड़ी

नशों से मुक्ति के लिए बेशक बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाई जा रही है, लेकिन नशे के कारोबारी कम नहीं हो रहे हैं। चाबा में पुलिस ने गश्त के दौरान एक गाड़ी से साढ़े तीन किलो चरस पकड़ी। आरोपी करसोग क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। लूहरी रोड़ से आने वाले इस वाहन पर पुलिस की नजर पड़ गई, जिसकी जांच करने पर उससे चरस मिली। पुलिस नशे के इन कारोबारियों पर कार्रवाई कर रही है।

अस्पताल में नहीं हुए आपरेशन

बिना बिजली के अस्पतालों में आपरेशन भी टाल दिए गए। बताया जाता है कि यहां पर अस्पताल प्रशासन के पास जेनरेटर चलाने के लिए डीजल तक नहीं था। दो दिन के बाद यहां पर डीजल की व्यवस्था करके बिजली की व्यवस्था की गई। इससे जाहिर होता है कि बर्फबारी से पहले प्रशासन कितना अधिक सजग था जोकि अस्पताल की व्यवस्था को भी सही तरह से नहीं चला पाया।

सड़क के बाद सीए स्टोर की राजनीति

कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में सड़क के बाद अब सीए स्टोर की राजनीति चल रही है। केंद्र सरकार ने यहां को दिए गए सीए स्टोर रद्द कर दिए हैं, जिस पर कांग्रेस व भाजपा के नेता एक दूसरे को कोस रहे हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में पहले हाटकोटी-रोहडू सड़क तो अब सीए स्टोर व गुम्मा गत्ता फैक्टरी की राजनीति दोबारा शुरू हो गई है ।

डूबने के बाद भी नहीं डूबी आस्था

मकर संक्रांति के दिन आस्था की डुबकी लगती है। जब से यहां कोलडैम के कारण झील बनी है तब से यहां श्रद्धालुओं का आना कम हो गया है, लेकिन आस्था अभी भी जिंदा है। यहां पर गर्म पानी के चश्मे प्राकृतिक रूप से बेशक न रहे हों, लेकिन गर्म पानी अभी भी धरती के नीचे से निकल रहा है। ऐसे में इस मकर संक्रांति को भी लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंचे जिन्होंने तुलादान करने के साथ आस्था की डुबकी भी लगाई।

सरकारी इंतजामों को कोसते रहे लोग

शिमला में बर्फबारी के बाद सरकारी इंतजामों को लोग आज तक कोस रहे हैं। शहर और उसके उपनगरों समेत ऊपरी शिमला में आधारभूत खाद्य वस्तुएं तक पहले से उपलब्ध नहीं थीं। बर्फबारी के दिन यहां ब्रेड, दूध तक नहीं पहुंचा जोकि तीसरे दिन जाकर मिला वह भी महंगा। इसपर प्रशासन सोया रहा।

स्कैंडल प्वाइंट पर बच गई मूर्ति

शिमला के स्कैंडल प्वाइंट पर लाला लाजपत राय की मूर्ति यहां की शान मानी जाती है लेकिन इस बर्फबारी में इस पर भी आफत आ गई। मूर्ति के बिलकुल साथ सालांे पुराना पेड़ गिर गया और गनीमत यह रही कि मूर्ति बच गई। अभी भी यह मूर्ति यहां अपनी छटा बिखेर रही है।

मोबाइल के साथ पकड़े 84 छात्र 

एमबीबीएस की परीक्षा देने गए भविष्य के डाक्टर मोबाइल के साथ पकड़े गए। परीक्षा के दौरान सभी के पास मोबाइल मिले जिसे प्रशासन ने उनसे ले लिया। परीक्षा नियमों का यह सरासर उल्लंघन था, जिस पर पहले प्रशासन ने कोई मुस्तैदी नहीं दिखाई।

बिहार गांव के नाले में डेड बॉडी

न्यू शिमला के बिहार गांव के नाले में एक युवक का मृत शरीर मिला। यह युवक  सुन्नी तहसील का रहना वाला बताया, जिसकी मृत्यु के कारणों की जांच चल रही है।

संजौली एरिया में चोरों का आतंक

शहर के संजौली एरिया में एक दफा फिर से चोरी की वारदात हुई है। इस चोरी में भी चोरों ने घर में सेंध लगा दी। पुलिस अभी तक इनको पकड़ नहीं पाई है। सर्दियों में यहां पर चोरी की घटनाएं बढ़ जाती हैं क्योंकि लोग घरों को खाली छोड़कर गांव चले जाते हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App