रूसा बजट पर भुवन की नजर

By: Feb 5th, 2017 12:15 am

केंद्र के निर्देश; फंड ट्रैकर ऐप से जोड़े जाएं कालेज, सॉफ्टवेयर से जुड़ने पर ही मिलेगी ग्रांट

NEWSशिमला  – रूसा के तहत जारी होने वाली ग्रांट के मामले में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अब शिक्षा विभाग भुवन ऐप का सहारा लेगा। इस बारे में केंद्र की ओर से प्रदेश सरकार को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस मामले में हाल ही में दिल्ली में हुई बैठक के दौरान भी चर्चा हो चुकी है। केंद्र ने राज्यों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि शिक्षा विभाग को भुवन ऐप, पीएफएमएस और फंड ट्रैकर अपनाना होगा। अब रूसा ग्रांट लेने के लिए कालेजों को पहले इन तीनों सॉफ्टवेयर के तहत पंजीकरण करवाना होगा, तभी वे ग्रांट के हकदार होंगे। दिल्ली में हाल ही में मानव संसाधन मंत्रालय में हुई वीडियो कान्फ्रेंसिंग में राज्यों को ये आदेश जारी किए गए हैं। इस बैठक में हिमाचल से राज्य परियोजना निदेशक रूसा डा.सतीश चंद्र शर्मा ने भाग लिया। इसी कड़ी में रूसा निदेशालय ने सभी कालेजों को इन तीनों सॉफ्टवेयर से जुड़ने के निर्देश दिए हैं। इसके जरिए मानव संसाधन मंत्रालय और प्रदेश रूसा निदेशालय के अधिकारी कालेजों की वित्तीय और कार्य संबंधी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। अब कालेजों में रूसा के तहत होने वाले कार्यों व वित्तीय संबंधी में पारदर्शिता आएगी।

कालेजों के लिए यह अनिवार्य

भुवन ऐप पर संबंधित कालेजों को कार्य योजना अपलोड करनी अनिवार्य होगी और साथ ही यह भी बताना होगा कि ग्रांट के तहत जारी हुई राशि कब, कहां और कैसे खर्च की गई। इसके अलावा कालेजों को पीएफएमएस सॉफ्टवेयर में रजिस्टे्रशन करना होगा। इसके लिए विभाग कालेज के कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर चुका है। इसके जरिए रूसा के तहत खर्च होने वाले बजट की जानकारी अधिकारियों को मिल सकेगी। इससे वित्तीय अनियमितताओं का पता चल पाएगा। इसके साथ ही कालेजों को फंड ट्रैकर से भी जोड़ा जाएगा। बहरहाल अब यह पता तो आसानी से लग सकेगा कि रूसा का पैसा कहां खर्च हुआ।


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