एक्टिविटी लर्निंग के नाम सिर्फ खानापूर्ति

By: Mar 14th, 2017 12:01 am

शिमला   —  छात्रों की सीखने और समझने की क्षमता को बढ़ाने के लिए स्कूलों में एक्टिविटी लर्निंग और मॉडल आधारित शिक्षा प्रणाली अपनाने के लिए सभी शिक्षकों को शिक्षा विभाग की ओर से विशेष निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि स्कूलों में करवाई जाने वाली एक्टिविटी लर्निंग केवल कागजों में ही पूरी की जा रही है। इस बात का खुलासा सर्वशिक्षा अभियान के निदेशक की ओर से हाल ही में किए गए स्कूलों के निरीक्षण के दौरान हुआ है। निदेशक की ओर से कुल्लू के जीएसएस स्कूल निरमंड में जब छठी कक्षा का निरीक्षण किया गया तो वह हैरान रह गए। दरअसल छठी कक्षा के गणित का पहला अध्याय संख्याओं पर आधारित था। छात्रों को इस बारे में अच्छे तरीके से समझाने के लिए प्रश्न करवाने से पहले लेखक की ओर से करीब 20 गतिविधियां कराने का सुझाव दिया गया था। शिक्षक ने इसमें से एक भी गतिविधि को कराना जरूरी नहीं समझा और सीधे पाठ कराने के बाद छात्रों को प्रश्न हल करने के लिए दे दिए गए। उसके बाद निदेशक ने सातवीं कक्षा में हिंदी विषय को लेकर निरीक्षण किया। हिंदी में पहले पाठ में पर्यावरण आधारित एक कविता थी। इसमें भी कवि की ओर से कविता पढ़ने के बाद अनेक गतिविधियां छात्रों को कराने का सुझाव था। इस कक्षा के अध्यापक की ओर से छात्रों को इसमें से एक भी गतिविधी नहीं करवाई गई। सर्वशिक्षा अभियान निदेशक घनश्याम चंद ने बताया कि इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने यह भी पाया कि शिक्षक न तो पाठ से संबंधित कठिन शब्दों के अर्थ छात्रों को बता रहे हैं और न ही व्याकरण की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पाठ में दिए जाने वाले खाली स्थान, मैच मेकिंग, वाक्य निर्माण जैसी गतिविधियों तक के कॉलम छात्रों की किताबों में खाली रखे जा रहे हैं। इसके कारण पढ़ाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है।स्कूल मुखियाओं की होगी जिम्मेदारी इस निरीक्षण के बाद एसएसए निदेशक की ओर से सभी स्कूलों के मुखियाओं को निर्देश जारी किए गए हैं कि उन्हें अपने-अपने स्कूलों में छात्रों की सीखने और समझने की क्षमता की रिपोर्ट तैयार करनी होगी। यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी शिक्षक पाठ्यक्रम के अनुसार लर्निंग एक्टिविटी और मैटीरियल आधारित पढ़ाई कराना सुनिश्चित करें। अगर किसी शिक्षक की ओर से इस बारे में लापरवाही बरती जाती है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


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