अब आसानी से सुलझेंगी किसानों की दिक्कतें

By: May 31st, 2017 12:04 am

पालमपुर— प्रदेश कृषि विवि में पौधा किस्म संरक्षण व किसान अधिकार प्राधिकरण की उत्तरी हिमालयन क्षेत्रीय शाखा का उद्घाटन भारत सरकार के कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव डा. एसके पटनायक ने किया। डा. एसके पटनायक ने कहा कि इस कार्यालय से संबंधित राज्यों के किसानों तथा अन्य संबंधित संस्थानों को लाभ उठाना चाहिए। इसमें किसानों को अपनी परंपरागत फसलों की किस्म के संरक्षण व पंजीकरण पर दस लाख रुपए नगद पुरस्कार भी मिलता है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के भूतपूर्व महानिदेशक डा. वीएल चोपड़ा ने कहा कि जैव विविधतता एक महत्त्वपूर्ण विषय है, अतः इनका संरक्षण भी उतना महत्त्व रखता है। उन्होंने कहा कि हिमालय जैव विविधतता को लिपिवद्ध करना नितांत जरूरी है। कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल ने कहा कि पौधा किस्म संरक्षण व किसान अधिकार प्राधिकरण की स्थापना नई दिल्ली में पौधा किस्म संरक्षण व किसान अधिकार अधिनियम 2001 के अंतर्गत की गई थी, जिसका उद्देश्य अधिनियम के अंतर्गत देश में मौजूद प्राकृतिक कृषि-जैवविविधता के महत्त्व के बारे जागरूक करना है।  क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से हिमाचल प्रदेश तथा पड़ोसी राज्यों के किसान व अन्य संबंधित लोग आवेदन से लेकर जांच-परख व पंजीकरण संबंधी सभी कार्य पालमपुर स्थित इस कार्यालय में करवा सकते हैं। पौधा किस्म संरक्षण व किसान अधिकार प्राधिकरण के क्षेत्रीय शाखा के क्षेत्राधिकार में हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड तथा चंडीगढ़ राज्य होंगे तथा देश का यह तीसरा केंद्र है। पौधा किस्म संरक्षण व किसान अधिकार प्राधिकरण के अध्यक्ष डा. आरआर हांचीनाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड तथा चंडीगढ़ राज्यों के लोगों के लिए खुली पौधा किस्म संरक्षण व किसान अधिकार प्राधिकरण की शाखा का कार्यालय प्रारंभ में विश्वविद्यालय के जैविक विभाग से कार्य करना शुरू करेगा और बाद में विश्वविद्यालय में इसका अपना भवन तैयार होने पर जिसकी मंगलवार को आधारशीला रखी गई।

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