कांग्रेस-भाजपा दोनों की नजर दलित वोट पर

By: Jun 6th, 2017 12:05 am

रामपुर बुशहर – वर्षों से रामपुर विधानसभा सीट आरक्षित होने के बावजूद भी यहां पर अंबेडकर भवन कागजों में ही सिमट कर रह गया है। अंबेडकर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान केंद्र रामपुर ने साफ शब्दों में कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने दलित वोटों पर सेंध लगाने के लिए कोरी घोषणाएं करती रही। बीते दस वर्षों से रामपुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर के भवन का निर्माण होते-होते रह गया। यहां तक कि  इस भवन निर्माण के लिए दस लाख की राशि लोक निर्माण विभाग के पास आई, लेकिन जमीन मुहैया न होने के कारण ये पैसे विभाग के खाते में ही पड़े रहे। इसी बात से अंबेडकर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान केंद्र रामपुर खासा नाराज है। उत्थान केंद्र के सदस्यों ने विधानसभा चुनावों का भी बहिष्कार करने का मन बना लिया है। इसको लेकर केंद्र रामपुर विधानसभा क्षेत्र की 48 पंचायतों में जाकर लोगों को एकत्र कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगा। रामपुर में अंबेडकर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान केंद्र की बैठक प्रधान विपिन बुशहरी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान रामपुर में प्रस्तावित डा. बीआर अंबेडकर भवन निर्माण को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उत्थान केंद्र के सदस्यों ने कहा कि दलित वर्ग के लोगों को गुमराह करने के लिए रामपुर के पाटबंगला के साथ भवन बनाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन यह मात्र कोरी घोषणा साबित हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस वर्ष 14 अप्रैल को अंबेडकर भवन के शिलान्यास की घोषणा की गई थी, लेकिन इस पर भी कोई अमल नहीं किया गया। उत्थान केंद्र के सदस्यों ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा सरकारें दलित हितैषी होने के बड़े-बड़े दावे तो करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। वर्तमान समय में जिनते भी संगठन अनुसूचित जाति के बनाए गए हैं वे भी इसको लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। ये संगठन चुनावी समय में केवल दलित वर्ग का वोट बैंक हासिल करने तक ही सीमित रह गए हैं, जबकि सही मायने में ये संगठन भी दलित वर्ग के उत्थान को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाते और चुनाव के समय ये केवल वोट बैंक को मजबूत करने के लिए सेंधमारी का काम कर रहे हैं।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App