जीजा-साली ने कबूला गुनाह

By: Jun 10th, 2017 12:05 am

बनीखेत —  डीएवी कालेज बनीखेत के छात्र गोपाल की संदिग्ध मौत प्रेम प्रसंग के चलते सुनियोजित तरीके से की गई हत्या सामने आई है। मौत के मामले में गिरफ्तार जीजा अनूप कुमार व साली वंदना ने पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह कबूल करते हुए पूरी कहानी बयां कर दी है। जीजा- साली की पूछताछ में हत्या मामले में दो और युवकों की संलिप्तता भी सामने आई है। आरोपी युवक अनूप कुमार के पास कंडक्टर कम क्लीनर का काम करते थे। पुलिस ने इन युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक आरोपी के नाबालिग होने के चलते अदालत में पेश करने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मामले के जांच अधिकारी डीएसपी हैडक्वार्टर वीर बहादुर ने दस दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद गोपाल की मौत से पर्दा हटाने में कामयाबी पाई है।  पुलिस ने गोपाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार जीजा- साली को अदालती आदेशों के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एक आरोपी को तीन दिन का पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ आरंभ कर दी गई है। इस मर्डर मिस्ट्री के सुलझते ही पुलिस ने गोपाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार अनूप कुमार, वंदना, मनीष और नाबालिग के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले में आईटी एक्ट की धारा भी जोड़ने जा रही है। पुलिस के मुताबिक मृतक गोपाल का वंदना के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। वंदना की गोपाल से नजदीकियों की भनक उसके जीजा अनूप कुमार को लग गई। अनूप कुमार ने गोपाल को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह वंदना का पीछा नहीं छोड़ रहा था। गोपाल की हरकतों से तंग आकर वंदना ने जीजा को सारी बात बता दी। वंदना व अनूप ने हत्या की साजिश रची। वंदना ने गोपाल को बनीखेत स्थित अपने क्वार्टर बुलाया। जहां उसका जीजा व उसका कंडक्टर कम क्लीनर मनीष व नाबालिग युवक पहले से ही मौजूद थे। गोपाल को अकेला पाकर इन लोगों ने उसका मुंह दबा दिया और दम घुटने से गोपाल की मौके पर ही मौत हो गई। बाद में अनूप कुमार ने मनीष सहित नाबालिग आरोपी के साथ मिलकर शव को तलेरू के समीप चमेरा एक के जलाशय में गिरा दिया।

क्या था मौत का मामला

डीएवी कालेज बनीखेत का छात्र गत 24 मार्च को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया था। गोपाल के परिजनों ने अपने स्तर पर काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया। गोपाल के पिता ने भलेई क्षेत्र की एक लडकी व उसके परिजनों पर हत्या की नीयत से अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर रखी थी। करीब दो माह बाद गोपाल का शव चमेरा एक के जलाशय से बरामद हुआ था। परिजनों ने गोपाल की मौत को सुनियोजित तरीके से हत्या करार दिया था। परिजनों ने ग्रामीणों संग पठानकोट एनएच पर गोपाल की मृत देह रखकर छह घंटे यातायात भी ठप रखा था। पुलिस ने परिजनों के गुस्से को देखते हुए शक के आधार पर अनूप कुमार व वंदना को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने सारी बात उगल दी।

शक के आधार पर गिरफ्तार दो युवक रिहा

गोपाल की हत्या के मामले में संलिप्तता को लेकर शक के आधार पर गिरफ्तार सेना के जवान व उसके दोस्त की कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है। पुलिस ने इन लोगों को सीआरपीसी 169 के तहत मामले से अलग करते हुए रिहा कर दिया है।

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