मंत्री-विधायकों को पेंशन तो कर्मियों को क्यों नहीं

By: Jun 1st, 2017 12:01 am

शिमला  — भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ ने आरोप लगाया है कि पथ परिवहन निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारी कभी मांग पत्र तो कभी धरना-प्रदर्शन कर आए दिन प्रदेश सरकार के सम्मुख अपनी फरियाद कर रहे हैं, लेकिन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिलता है। संघ का आरोप है कि अब तो पथ परिवहन निगम में सेवा देना अपराध जैसा हो गया है। भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेश शर्मा ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक, पूर्व सांसद अपनी भारी भरकम पेंशन को बिना किसी आंदोलन के अनेक अन्य सुविधाओं के रहते प्राप्त करते हैं। यदि उन्हें पेंशन मिल सकती है तो कर्मियों को क्यों नहीं। प्रदेश भर में अन्य संस्थानों में पेंशन प्रति माह जारी होती है, लेकिन निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारी उम्र के इस पड़ाव में प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि कष्ट सहने की एक सीमा होती है। मजबूरी में यदि सेवानिवृत्त कर्मचारी किसी कठोर पग को बाध्य हुए तो उसकी जिम्मेदारी निगम प्रबंधन व परिवहन मंत्री सहित प्रदेश सरकार की होगी।


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