जान जोखिम में डाल ब्यास में मौज

By: Jul 25th, 2017 12:05 am

नादौन —  ब्यास नदी में पानी छोडे़ जाने की प्रशासन की बार-बार चेतावनी को लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण स्थानीय ब्यास पुल के नीचे दिन के समय भी प्रवासी बच्चों द्वारा नदी में नहाने तथा जाल डाल कर मछली पकड़ते हुए देखने को मिलता है। यही हालात शहर के श्मशानघाट तथा ऐतिहासिक बावडि़यों के पास बने नए संपर्क मार्ग के साथ बहने वाली ब्यास नदी के तट पर हैं, जहां लोग प्रवासियों को पैसे का लालच देकर उन्हें उफनती नदी में उतरने को कहते हैं और प्रवासी अपनी जान की परवाह किए बगैर पानी में तैर कर जाल लगाकर मछली पकड़ते हैं। गौर हो कि पानी छोड़ने की चेतावनी के साथ-साथ जुलाई माह में मछली पकड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध होता है, परंतु नादौन में ब्यास नदी के तट पर झुग्गियां डाल कर रहने वाले सैकड़ों प्रवासियों के बच्चे अकसर नदी में नहाते रहते हैं तथा जाल डालकर रोजाना मछली पकड़ते हैं। पहले तो ये बच्चे झुग्गियों के आसपास ही यह कार्य करते थे, परंतु अब ब्यास नदी के कई भागों में ये बच्चे रोजाना नदी में देखे जा सकते हैं। विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों राजेश्वर सिंह, संदीप, मनोरंजन, विवेक, यशपाल, राजीव, मुकुंद, अतुल, अमित आदि ने बताया कि ब्यास नदी के तट पर बसे सैकड़ों प्रवासी न केवल अपनी जान जोखिम में डालते हैं बल्कि नदी के आसपास काफी प्रदूषण भी फैला रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि यदि अचानक नदी में पानी छोड़ा जाए तो यहां किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है। लोगों ने मांग की है कि ब्यास नदी के तट पर बसे सैकड़ों प्रवासियों को शीघ्र हटाया जाए। इस संबंध में एसडीएम नादौन अमित मेहरा का कहना है कि प्रशासन द्वारा सख्त चेतावनी दी गई है और यदि कोई इसका उल्लघंन करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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