कोटरूपी खतरा अभी बरकरार

By: Aug 17th, 2017 12:04 am

मौत के पहाड़ में अभी भी रिस रहा पानी, राजस्व सचिव भी पहुंचे

NEWSशिमला— राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी-पठानकोट पर शनिवार की रात को कोटरूपी में दरके पहाड़ के हादसे के चार दिन बाद भी खतरा बरकरार है। शनिवार की रात को दरके पहाड़ की चोटी पर एक जगह अभी भी पानी एकत्रित हो रहा है। मंडी-पठानकोट एनएच पर कोटरूपी में पेश आई प्राकृतिक आपदा के बाद संबंधित क्षेत्र के सर्वेक्षण के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को बुलाया गया है। बुधवार को हिमाचल के अतिरिक्त मुख्य सचिव तरुण श्रीधर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने न केवल कोटरूपी में लोगों से बातचीत की, बल्कि संबंधित ग्रामीण इलाकों का भी दौरा करके स्थिति का जायजा लिया। जीएसआई की टीम के साथ हिमाचल के भू-गर्भ वैज्ञानिक भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। गुरुवार को इस पूरे घटनाक्रम व क्षेत्र की भू-गर्भीय स्थिति व परिस्थति को लेकर एक बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें मौजूदा स्थिति का जहां गहराई से जायजा लिया जाएगा, वहीं शॉर्ट टर्म व लांग टर्म एहतियाती रिपोर्ट्स भी तैयार होंगी। इस इलाके में ऐसी आपदा दोबारा से पेश न आए, इसके लिए तकनीकी सर्वेक्षण भी हो रहा है। संबंधित ग्रामीण इलाकों के लोगों को किसी भी तरह की दिक्कतें पेश न आएं, लिहाजा व्यापक प्रबंध करने की तैयारी है। तकनीकी विशेषज्ञों के मुताबिक इस पूरे इलाके की मैपिंग होगी। पहाड़ों की संरचना के साथ-साथ भू-गर्भीय स्थिति का भी जायजा लिया जाएगा। तभी फाइनल रिपोर्ट तैयार करके यह पता लग सकेगा कि यह क्षेत्र कितना संवेदनशील है। आने वाले समय में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, लिहाजा कौन-कौन से आवश्यक कदम उठाना लाजिमी होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह पूरा इलाका निर्माणकाल से जुड़ी चट्टानों से सटा पड़ा है। जहां बरसात के दौरान भू-स्खलन व भू-क्षरण की गति बढ़ जाती है। इस पूरे इलाके में नमक की खाने हैं, जो बरसात के दौरान कमजोर पड़ रही है। अब जीएसआई व प्रदेश के भू-गर्भ वैज्ञानिक जो फाइनल रिपोर्ट पेश करेंगे, उसके बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव तरुण श्रीधर का कहना है कि कोटरूपी क्षेत्र का विस्तृत दौरा किया गया है। जीएसआई की टीम पहुंच चुकी है। ऐसे दर्दनाक हादसे फिर से पेश न आए, लिहाजा विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।

फिर गिरा मलबा, रोकना पड़ा सर्च आपरेशन

कोटरूपी हादसे में मंगलवार दिन को तीन बजे के आसपास अफरा-तफ री का माहौल बन गया, जब लैंड स्लाइडिंग वाली पहाड़ी से पानी का रिसाव होना शुरू हो गया। एनएच पर भारी मात्रा में पानी आने से मलबा गिरने की आशंका बन गई, जिस कारण सर्च आपरेशन में जुटे प्रशासन और एनडीआरएफ  व एसडीएफ आर के जवानों को भी वहां से हटाना पड़ा। साथ में विभागीय मशीनरी घटनास्थल से काफी दूर ले जानी पड़ी। हालांकि बुधवार को सर्च आपरेशन लगातार जारी रहा।

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