रोड पास नहीं…यहां लाओ मरीज

By: Aug 22nd, 2017 12:05 am

नेरवा, चौपाल —  मरीजों की जीवनदायिनी कहलाने वाली 108 एंबुलेंस सेवा चालकों की मर्जी की मोहताज हो चुकी है। चालक की, जहां मर्जी न हो वहां यह एंबुलेंस पहुंचती ही नहीं है। चालक अपनी मर्जी से फरमान जारी कर देते हैं कि एंबुलेंस इस स्थान पर नहीं पहुंच सकती आपको मरीज को इस स्थान पर पहुंचाना होगा। ऐसा ही एक बाकया शनिवार की रात को भी सामने आया है। धनत के पूर्व बीडीसी सदस्य व पूर्व सैनिक मोहन लाल ने बताया कि दो वर्षीय पियूष पुत्र आत्मा राम निवासी कांदल को शनिवार रात उलटी, दस्त व बुखार की शिकायत होने पर 108 को फोन किया गया। कॉल सेंटर के निर्देश पर एंबुलेंस को कांदल के लिए रवाना किया गया, परंतु एंबुलेंस के चालक ने यह कहकर सगरोठी कैंची से आगे जाने से इंकार कर दिया कि यह रोड पास नहीं है, जबकि कांदल रोड 15 नवंबर, 2015 को पास हो चुका है व इस पर सरकारी व गैर सरकारी  छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहन चलते हैं। मासूम की गंभीर हालत को देखते हुए चालक से एंबुलेंस को कांदल लाने का बार-बार आग्रह किया गया, परंतु उसने सगरोठी कैंची से आगे जाने से मना कर दिया। एंबुलेंस दो घंटे तक सगरोठी कैंची में खड़ी रही व चालक उसमें सोया रहा। बच्चे के परिजनों ने मजबूरी में दस किलोमीटर के लिए एक हजार रुपए में एक अन्य वाहन की व्यवस्था कर उसे सगरोठी कैंची पर खड़ी 108 तक पहुंचाया। बच्चे के पिता आत्मा राम, दादा मोहन लाल व पूर्व बीडीसी सदस्य केवल राम ने स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर से मांग की है कि मामले की जांच कर चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस विषय में जीवीके इमरी के शिमला डिवीजन के डिवीजनल मैनेजर आकाश से बात करने पर उन्होंने बताया कि शिकायत उन्हें मिल चुकी है। मामले की जांच की जाएगी। यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ  कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App