कलोल में अगले साल बैठेंगी पोलीटेक्नीक की क्लासेज

By: Sep 11th, 2017 12:10 am

newsबिलासपुर —  बिलासपुर जिला के झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत कलोल में प्रस्तावित पोलीटेक्नीक कालेज की कक्षाएं अगले शैक्षणिक सत्र 2018 में बिठा दी जाएंगी। इस बाबत तकनीकी शिक्षा विभाग ने भवन एवं आधारभूत ढांचा खड़ा करने के लिए चयनित पीडब्ल्यूडी को एक तय समय सीमा के अंदर कार्य पूरा करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले साल मार्च माह से कक्षाएं कलोल में शुरू कर दी जाएंगी, लेकिन सवाल यह है कि यदि शुरू से ही काम तेजी से चलाया होता तो कक्षाएं हमीरपुर के बजाय कलोल में शुरू की जातीं। पोलीटेक्नीक कालेज सियासत का शिकार होता रहा है। यही नहीं, इसे शिफ्ट करने के लिए चली कवायदों पर भी विधायक रिखीराम कौंडल के हस्तक्षेप के बाद विराम लग गया। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2012 में भाजपा सरकार के कार्यकाल में यह सौगात झंडूता विधानसभा क्षेत्र को मिली थी। विधानसभा उपाध्यक्ष रहते हुए विधायक रिखीराम कौंडल ने यह पोलीटेक्नीक कालेज मंजूर करवाया था और इसके लिए कलोल में 28 बीघा के लगभग जगह चिन्हित की गई थी, लेकिन डेढ़ माह बाद ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू लग गई थी। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद शुरुआती दौर में इस कालेज के भवन एवं अन्य आधारभूत ढांचा विकसित करने का कार्य शुरू नहीं हो सका। सूत्र बताते हैं कि हालांकि इस कालेज को अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए भी कवायद चल पड़ी थी, लेकिन विधायक रिखीराम कौंडल ने मामला विधानसभा सत्र में उठाया और जवाब में इस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री ने आश्वस्त किया था कि यह कालेज कलोल में ही खोला जाएगा। उसके बाद इस कालेज के भवन एवं अन्य आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए कवायद शुरू की गई। सूत्र बताते हैं कि अभी तक चालीस फीसदी ही कार्य हो सका है, जबकि अब तक तो काम पूरा होना चाहिए था। उधर, झंडूता हलके के विधायक एवं पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रिखीराम कौंडल बताते हैं कि भाजपा सरकार के समय इस कालेज को कलोल में स्थापित करने के लिए शिलान्यास किया गया था, लेकिन उसके बाद कांग्रेस ने सत्ता में आकर इस कालेज की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते इस कालेज का भवन एवं अन्य आधारभूत ढांचा अभी तक खड़ा नहीं हो सका है। उन्होंने इस बात पर रोष जताया कि चार साल तक तो कुछ नहीं किया, मगर पांचवें साल चुनावी बेला में कार्य चलाया हुआ है और अभी तक महज चालीस फीसदी ही कार्य हो सका है, ऐसे हालात में कब तक यह ढांचा खड़ा हो पाएगा कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस काम को जल्द से जल्द पूरा करवाकर कक्षाएं कलोल में शुरू करवाई जाएंगी, ताकि पिछड़ा कोटधार क्षेत्र के साथ ही जिला भर के बच्चों को इस कालेज में पढ़ाई की सहूलियत मिल सके।

करीब 14 करोड़ में पूरा होगा प्रोजेक्ट

तकनीकी शिक्षा निदेशालय सुंदरनगर के निदेशक राजेश्वर ने बताया कि कलोल में भवन का काम चल रहा है और निर्माण कार्य का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को सौंपा गया है। पीडब्लयूडी के पास आठ करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं, जबकि यह प्रोजेक्ट 13 से 14 करोड़ रुपए में पूरा होगा।

हमीरपुर में चलाई जा रही कक्षाएं

अभी तक कलोल में निर्माण का कार्य चल रहा है, लिहाजा पोलीटेक्नीक कालेज की कक्षाएं हमीरपुर में बिठाई गई हैं। खास बात यह है कि इस कालेज के प्राचार्य की भी तैनाती कर दी गई है। प्रोफेसर आरके शर्मा इस कालेज के नए प्राचार्य हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि अगले साल मार्च माह से कक्षाएं कलोल में बिठा दी जाएंगी। इस बाबत पीडब्ल्यूडी को जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कहा गया है।


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