बुखार आने पर तुरंत लें डाक्टरी सलाह

By: Sep 8th, 2017 12:05 am

धर्मशाला —  बरसात के मौसम में कई बीमारियां अपने पांव पसार लेती हैं। इस मौसम में आम तौर पर तेज बुखार से पीडि़त रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। इसलिए लोगों को बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों से सावधान रहना चाहिए। बरसात के दिनों में स्क्रब टाइफस की बीमारी भी फैलती है। स्क्रब टाइफस ज्वर खतरनाक जीवाणु, जिसे रिकेटशिया यानी संक्रमित माइट (पिस्सू) के काटने से फैलता है। यह खेतों, झाडि़यों व घास में रहने वाले चूहों से पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के जरिए शरीर में प्रवेश करता है, जिससे स्क्रब टायफस बुखार होता है। वैसे तो यह इतना खतरनाक नहीं है, लेकिन अगर समय रहते इसका उचित इलाज नहीं किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। जिला चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश गुलेरी ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को तेज बुखार जो 104 से 105 डिग्री, जोड़ों में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार, अकड़न या शरीर का थका हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजुओं के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना स्क्रब टाइफस के लक्ष्ण हो सकते हैं। ऐसे किसी भी लक्ष्ण पर मरीज को नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में जंगली पौधे खुद ब खुद उगने लगते हैं, इसलिए घर के आस-पास घास या झाडि़यां न उगने दें तथा समय-समय पर सफाई करते रहें। शरीर को स्वच्छ रखें और हमेशा साफ कपड़े पहनें। अगर दो-तीन दिन से अधिक समय तक बुखार हो, तो तुरंत चिकित्सक से मिलें और रक्त जांच अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में इस बीमारी से रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। यह रोग एक आदमी से दूसरे को नहीं फैलता है। उपायुक्त कांगड़ा सीपी वर्मा का कहना है कि लोगों को स्क्रब टाइफस और अन्य जीवाणु तथा वायरस जनित रोगों से बचाव को लेकर शिक्षित एवं जागरूक करने पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने इस लोकोन्मुखी प्रयास में सभी से सक्रिय भागीदारी तथा इन रोगों से बचाव के लिए एहतियात बरतने का आग्रह किया है।


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