मुंबई में भगदड़, 22 की मौत

By: Sep 30th, 2017 12:05 am

newsमुंबई— मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर मची भगदड़ में शुक्रवार को कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 36 अन्य घायल हो गए। मृतकों में आठ महिलाएं, 13 पुरुष और एक बच्चा शामिल है। घायलों को केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह स्थानीय रेलवे की अब तक की सबसे बड़ी दुर्घटना मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार सुबह  लगभग 10 बजकर 20 मिनट पर एलफिंस्टन इलाके में भारी बारिश हई थी, जिसके चलते कई लोग पुल पर रुके हुए थे। ट्रेन आने पर लोग पुल से नीचे उतर रहे थे, तभी कुछ लोगों ने धक्का दे दिया और भगदड़ मच गई। हालांकि अभी तक भगदड़ का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिला है। पुलिस को संदेह है कि फुटओवर ब्रिज के पास तेज आवाज के साथ हुए शॉट सर्किट के कारण लोगों में दहशत फैल गई और वे भागने लगे। इसी कारण भगदड़ मच गई। इसी बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट््वीट किया कि मुंबई की स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। रेल मंत्री पीयूष गोयल मुंबई में हैं और वह स्थिति पर नजर रखे हुए हैं तथा सभी तरह की सहायता सुनिश्चित कर रहे हैं। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। श्री गोयल ने कहा कि मुंबई के जिन रेलवे पुलों पर अधिक भीड़ होती है, उन पुलों के सुरक्षा कारणों से जांच के आदेश दिए जाएंगे और जहां जरूरत होगी तुरंत पुल का विस्तार किया जाएगा। दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना पर जांच रिपोर्ट 10 दिनों में आएगी। रेल मंत्री ने कहा कि भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। रेल मंत्रालय के साथ ही महाराष्ट्र सरकार प्रत्येक मृतक के परिजन को अनुग्रह राशि के तौर पर पांच-पांच लाख रुपए देगी। घटना में गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपए और मामूली रूप से घायलों को 50000 रुपए दिए जाएंगे।

केंद्र सरकार पर चले मानव वध का मुकदमा

मुंबई – भगदड़ में इतनी ज्यादा मौतों पर शिवसेना ने केंद्र सरकार को घेर लिया है। शिवसेना ने कहा है कि उसके सांसदों ने रेल मंत्रालय को पत्र लिख ब्रिज को चौड़ा करने की मांग की थी, लेकिन तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने वैश्विक मंदी का हवाला दिया था। शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार पर मानव वध का मुकदमा चलाने की मांग की है।

भगदड़ के चलते भारत में अब तक केपांच बड़े हादसे

* तीन अगस्त, 2006 को हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में मची भगदड़ में 160 श्रद्धालु मारे गए थे, जबकि 400 से भी ज्यादा घायल हुए थे।

* 30 सितंबर, 2008 को जोधपुर (राजस्थान) के चामुंडा देवी मंदिर में नवरात्र के दौरान मची भगदड़ में 120 की मौत और 200 घायल हुए थे।

* 14 जनवरी, 2011 को केरल के सबरीमाला मंदिर में हुई भगदड़ में 106 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, वहीं 100 से ज्यादा घायल हुए थे

* मध्यप्रदेश के दातिया में 13 अक्तूबर, 2013 को रत्नगढ़ मंदिर के पास मची भगदड़ में 89 लोगों की मौत और 100 से ज्यादा घायल हुए थे

* यूपी के प्रतापगढ़ में चार मार्च, 2010 को राम-जानकी मंदिर में मची भगदड़ ने 63 लोगों की जान ली थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

 


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