टीएमसी में अढ़ाई फुट चौड़े गेट से एंट्री

By: Oct 5th, 2017 12:05 am

टीएमसी —  प्रदेश के दूसरे बड़े मेडिकल कालेज टांडा स्थित अस्पताल में अगर आप एंट्री कर रहे हैं या फिर मेन हाल से बाहर जा रहे हैं, तो दरवाजे पर आपको रुकना पड़ सकता है। भले ही आप जल्दी में क्यों न हों। अगर दोनों तरफ से आदमी दरवाजे में एंटर होते हैं, तो उन्हें तिरछा होकर निकलना पड़ता है। इसकी वजह हर रोज सैकड़ों लोगों की आवाजाही वाले इस गेट की चौड़ाई मात्र अढ़ाई फुट के लगभग है। 12 नंबर इस गेट को अस्पताल प्रशासन द्वारा आधा ही खोला गया है। इसके दूसरे हिस्से में ताला लटका हुआ है। इसके अलावा जो इसके साथ गेट नंबर नौ, दस और 11 हैं, उन्हें तो पूरी तरह से बंद रखा गया है। इसकी वजह सिक्योरिटी पर्पस बताया जाता है। गेट नंबर नौ तो जनऔषधि केंद्र के बिलकुल सामने है। अगर किसी ने यहां से दवाई लेनी हो तो उसे सीधे आने के बजाय गेट नंबर 12 से होकर आना पड़ेगा। कई बार लोगों को पता भी नहीं चल पाता कि यहां जनऔषधि केंद्र है। बता दें कि टांडा अस्पताल की रोजाना की ओपीडी 1700 के आसपास है। ‘दिव्य हिमाचल’ ने बुधवार को अस्पताल में इस गेट के पास कुछ समय बिताकर आने-जाने वाले लोगों को होने वाली परेशानी को देखा और लोगों से इस बारे में बात भी की। मंडी जिला के दिलेराम जिन्हें बाहर आने के लिए थोड़ी देर खड़ा रहना पड़ा। उन्होंने बताया कि इतना बड़ा अस्पताल तो सरकार ने बना दिया, लेकिन दरवाजा लगाती बार कंजूसी बरत दी। चंबा की श्रेष्ठा बताती हैं कि सुबह-सुबह जब अस्पताल खुलता है, तो अंदर-बाहर आना-जाना मुश्किल हो जाता है।  हमीरपुर की पुष्पा देवी ने बताया कि लोग परेशान तो होते हैं, लेकिन उन्हें आदत पड़ गई है। क्योंकि यहां आने वाले लोगों का ध्यान या तो अपनी बीमारी पर होता है या फिर अपने परिजन के उपचार को लेकर लेकिन परेशानी तो होती है।


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