हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज… दिसंबर में काम शुरू

By: Oct 8th, 2017 12:05 am

बिलासपुर – बिलासपुर की बंदलाधार पर बनने जा रहे देश के दूसरे हाइड्रो कालेज के भवन एवं आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए निर्माण की कवायद दिसंबर तक आरंभ हो जाएगी। इस माह के अंत तक हाइड्रो कालेज निर्माण के लिए तय मानकों पर खरा उतरने वाली किसी नामी एजेंसी के नाम पर भी स्वीकृत्त की अंतिम मुहर लग जाएगी, जिसके लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी हिमाचल व आसपास राज्यों में तैयार किए गए कुछ चुनिंदा प्रोजेक्टों की गुणवत्ता को परखेगी और एक रिपोर्ट तैयार कर प्रेषित करेगी जिसके आधार पर सबसे उत्तम प्रोजेक्ट निर्माता एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। दिसंबर में कालेज के निर्माण कार्य अवार्ड कर दिया जाएगा। दूसरे शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं बंदला में बिठाने की योजना है। जानकारी के मुताबिक तकनीकी शिक्षा विभाग ने बंदला में हाइड्रो कालेज निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए दो साल का टारगेट तय किया है। यानी वर्ष 2019 अंत तक यह कॉलेज पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। 2018 अंत तक आधा कार्य पूरा करने की योजना है, जिसके चलते नगरोटा से शिफ्ट कर कक्षाएं बंदला में बिठा दी जाएंगी। विभाग ने निर्माता एजेंसी के चयन के लिए अब पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है, जिसमें विभाग के चुनिंदा अफसरों के साथ साथ एनटीपीसी और एनएचपीसी के सिविल इंजीनियरों को भी शामिल किया गया है। विभाग की ओर से प्रेजेंटेशन देने वाली 11 में से कुल पांच एजेंसियां चिहिंत की हैं। इनके कार्यों की गुणवत्ती की परख करने के बाद सबसे बढि़या कार्य करने वाली एजेंसी को बंदला कॉलेज निर्माण कार्य के लिए चयनित किया जाएगा। अब पांच सदस्यीय कमेटी पांचों एजेंसियों के निर्माण कायों की गुणवत्ता जांचेंगी, जिसके  हिमाचल और आसपास के राज्यों में इन एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए दो से तीन प्रोजेक्टों के काम की गुणवत्ता को परखने के लिए विजिट करेगी और पूरी रिपोर्ट तैयार कर अक्तूबर माह के अंत तक विभाग को प्रेषित करेगी। इसके बाद रिपोर्ट में तय मानकों पर खरा उतरने वाली किसी एक निर्माता एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। यही एजेंसी बंदला कालेज का आधारभूत ढांचा और भवन तैयार करेगी। विभाग ने इस कार्य को पूरा करने के लिए कम से कम दो साल का समय तय किया है। विभाग की मानें तो दूसरे शैक्षणिक सत्र से बंदला में कक्षाएं बिठाने की योजना है। इसके लिए भरपूर प्रयास किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी और एनएचपीसी की संयुक्त भागीदारी से बंदला में देश के दूसरे हाइड्रो कालेज का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए 125 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। इसमें 75 करोड़ रुपए यानी 37.50 और 37.50 करोड़ रुपए एनटीपीसी और एनएचपीसी द्वारा उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। जबकि अगले पांच सालों के लिए राज्य सरकार दसे करोड़ रुपए जारी करेगी। यहां बता दें कि बंदला में कालेज का ढांचा खड़ा करने के लिए 62 बीघा जमीन तकनीकी शिक्षा विभाग के नाम स्थानांतरित हो चुकी है। जब कि आसपास क्षेत्र में सात बीघा जमीन चयन की प्रक्रिया भी जारी है। इस जमीन को अक्वायर करने के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा प्रक्रिया चला रखी है। बताते चलें कि नगरोटा में बिठाए गए पहले बीटेक बैच के तहत सिविल और इलेक्ट्रिकल कोर्सेज के लिए 60-60 सीटें भरी गई हैं। तीन अगस्त से कक्षाएं सुचारू रूप से नगरोटा बगवां में चलाई जा रही है।

 


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