हिमाचल पर गुजरात हावी, दोनों दलों के केंद्रीय नेताओं का वहीं ज्यादा रुझान शिमला  – गुजरात व हिमाचल विधानसभा चुनाव साथ-साथ होने के कारण दोनों ही बड़े दलों को स्टार प्रचारकों के चयन में दिक्कतें आ रही हैं। भाजपा गुजरात में खूब पसीना बहा रही है। कांग्रेस भी इस बार 22 वर्षों का भगवा दुर्ग

लंबागांव – पुलिस थाना लंबागांव के तहत आने वाले कंगेहण गांव में ब्यास नदी के किनारे बने गोसदन के पास शनिवार दोपहर को  एक युवक का शव बरामद हुआ  है । युवक की पहचान सुनील कुमार  गांव कंगेहण के रूप में हुई है । जानकारी के अनुसार  सुनील कुमार रविवार शाम को  घर से  सब्जी

बिलासपुर – केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बिलासपुर में शनिवार को कांग्रेस सरकार और  मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर निशाना साधा। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बेल पर हैं और सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। बिटिया प्रकरण हो या फिर होशियार सिंह की मौत का मामला, इनसे देश भर

शिमला  – कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले ही हार मान चुकी है और पार्टी में हार के डर से जबरदस्त बौखलाहट है। यहां तक कि नामांकन पत्र भरने का अब एक दिन बाकी बचा है, लेकिन कांग्रेस नौ सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पा रही है। ये शब्द प्रदेश भाजपा

मंगल पांडे के बोल, पहले इतनी लाचार नहीं देखी पार्टी शिमला – कांग्रेस के पिछले 60 सालों के राजनीतिक इतिहास को देखें, तो आज से पहले कांग्रेस इतनी लाचार कभी नजर नहीं आई, इसके पीछे इनके अपने कारण भी हैं। कांग्रेस के पास कोई सशक्त चेहरा नहीं है, कांग्रेस के पास विकास नीतियों को जुझारू

करसोग — विधानसभा चुनावों का ढोल बज चुका है, जिसमें जुटाई गई जानकारी के अनुसार आरक्षित विधानसभा 26 की 54 पंचायतों में आने वाले लगभग 67 हजार मतदाता चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। रोचक बात यह है कि करसोग विधानसभा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सबसे वृद्ध मतदाता शिवराम

हमीरपुर – जनसंघ के सबसे मजबूत दुर्ग हमीरपुर सदर की सीट पर भाजपा का एक छत्र राज रहा है। यहां से ठाकुर जगदेव चंद और प्रेम कुमार धूमल का विजयरथ कभी कांग्रेस नहीं रोक पाई है। भाजपा के इस रथ को लेकर इस बार जगदेव ठाकुर के बेटे नरेंद्र ठाकुर चुनावी रण में उतरे हैं।

शिमला – टिकटों की घोषणा के बाद कांग्रेस को कई सीटों पर अपनों से ही परेशानियां हैं। ये अपने चुनाव में कांग्रेस के ही प्रत्याशियों को पटखनी दे सकते हैं और मौजूदा सियासती दौर में ऐसा हुआ तो कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। कांग्रेस में धड़ेबाजी किसी से छिपी नहीं है, जो कि चुनाव में

भाजपा-कांग्रेस के बीच हमेशा रही कांटे की टक्कर, दून विधानसभा क्षेत्र में एक बार ही खाता खोल पाई बीजेपी सोलन – सोलन जिला के अधिकतर निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी का वर्चस्व रहा है। जिला के दून निर्वाचन क्षेत्र में तो भाजपा केवल एक बार ही अपना खाता खोल पाई है। वर्ष 2007 में  भाजपा