आईपीएच आफिस में लगाए नारे

By: Jan 17th, 2018 12:10 am

पांवटा साहिब- आईपीएच मंडल पांवटा साहिब के उपमंडल कफोटा के तहत पड़ने वाले दुगाना गांव में एक माह से अधिक समय से पीने के पानी की समस्या का समाधान न होने पर रोषित ग्रामीणों ने मंगलवार को आईपीएच कार्यालय कफोटा में प्रदर्शन कर नारेबाजी की। ग्रामीणों के सब्र का बांध मंगलवार को टूट गया। सैकड़ों की तादाद में युवा और ग्रामीणा विभाग के उपमंडल कार्यालय कफोटा पहुंचे और वहां पर धरना दिया। इस दौरान युवाओं ने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी  की। ग्रामीणों का कहना है कि अब यह आंदोलन तब खत्म होगा जब विभाग गांव में पानी की नियमित सप्लाई करेगा। हालांकि ग्रामीणों के रोष की संभावना को भांपते हुए एसडीओ कफोटा गांव के वरिष्ठ लोगों को उठाऊ पेयजल योजना स्थल पर ले गए और अभी तक की विभाग के प्रयास उन्हें दिखाए, लेकिन इस बीच युवा कार्यालय में ही डटे रहे और नारेबाजी करते रहे। जानकारी के मुताबिक दुगाना गांव में पिछले एक माह से पीने के पानी की समस्या चल रही है। ग्रामीण बताते हैं कि यह कर्मी कुछ काम नहीं करते हैं। मंगलवार को विरोध- प्रदर्शन के बाद एसडीओ गांव के वरिष्ठ लोगों के साथ योजना स्थल पर पहुंचे, जबकि युवा वर्ग कार्यालय के बाहर विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर रोष-प्रदर्शन करते रहे। कार्यालय में धरने पर पहुंचे ग्रामीण रामभज शर्मा, गुलाब पुंडीर, कुलदीप पुंडीर, तोताराम पुंडीर, तपेंद्र शर्मा, कमलेश पुंडीर आदि ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उन्हें आज यह दिक्कत हो रही है। उन्होंने गांव में ड्यूटी पर लगाए सभी कर्मचारियों के तबादले कर उनके स्थान पर दूसरे कर्मियों की ड्यूटी लगाने की भी मांग की है। वहीं, ग्रामीणों का उग्र रूप देखने के बाद विभाग ने मंगलवार को ही गांव के लिए पानी का टैंकर लगा दिया है, जिससे ग्रामीणों की दिक्कत को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। अधिशाषी अभियंता आईपीएच मंडल पांवटा नरेश धीमान ने बताया कि मौके पर नई पाइपें पहुंचा दी गई हैं। मंगलवार को पाइपें जोड़ने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। उम्मीद है कि बुधवार से गांव में पीने के पानी की आपूर्ति बहाल हो जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने कोताही बरती है, तो जांच के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

200 परिवारों के लिए पर्याप्त नहीं सप्लाई

विभाग बार-बार कहता है कि उठाऊ पेयजल योजना की मेन लाइन की पैकिंग फट रही है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि यह काम विभाग का है उन्हें तो पानी मुहैया करवाया जाना चाहिए। फिलहाल ग्रामीणों को एक प्राकृतिक पेयजल स्रोत से पानी दिया जा रहा है , जो 200 से अधिक परिवारों के लिए नाकाफी है। ग्रामीणों और युवाओं में विभाग के उन कर्मियों के प्रति भी रोष है , जिनकी गांव में पानी वितरण और स्कीम पर पानी उठाने की ड्यूटी लगाई गई है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App