ट्रैफिक नियमों की सरेआम धज्ज्यिं उड़ा रहे तूड़ी वाले

By: Jan 8th, 2018 12:02 am

गुरदासपुर— नेशनल हाई-वे व स्टेट हाई-वे पर तूड़ी से भरी ट्रालियां अकसर देखी जा सकती हैं। तूड़ी ढोने वाले लोग भूल ही जाते हैं कि उनकी इस लापरवाही के कारण किसी की भी जान जा सकती है। इससे भी ज्यादा बेपरवाह है सिस्टम। यहां न तो कोई पूछताछ होती है और न ही किसी तरह की कार्रवाई। जब कभी यातायात व्यवस्था की बात आती है तो पुलिस दोपहिया वाहनों के चालान काटने जुट जाती है, जबकि सड़कों पर नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले वाहनों पर कभी कार्रवाई नहीं होती। तूड़ी ढोने वाले मजदूर भी इसी तरह नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं और वे अपनी ट्रालियों को तूड़ी से ठूंस कर भर लेते हैं। उन्हें पीछे आने वाले वाहन के बारे में पता ही नहीं चलता और न ही आसानी से दूसरे वाहन को पास मिल पाता है। वहीं फीटर रेहडे़ व बिना लाइट के पुराने ट्रेक्टर भी रात के समय बड़ा खतरा साबित होते है। बिना लाइट व बिना रिफ्लेक्टर के होने से फीटर रेहडे़ रात के समय सामने से आते दिखाई नहीं देते।

सही ड्यूटी निभाने पर रुकेंगे हादसे

इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स संगठन के जिला प्रधान अमरजीत सिंह ने कहा कि ओवरलोड वाहनों के कारण ही ज्यादातर सड़क हादसे होते हैं। नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस अपनी ड्यूटी सही ढंग से निभाए तो इन हादसों को टाला जा सकता है।

व्यवस्था सुधारने का काम जारी

टै्रफिक प्रभारी इंस्पेक्टर पलविंदर कौर ने कहा कि पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए निरंतर काम कर रही है। हमारी कोशिश रहती है कि आम लोगों को परेशानी न हो। यदि कोई जानबूझ कर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने की कोशिश करते हैं तो उनके चालान काटे जाते हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App