बिस्कुट पर 12 फीसदी किया जाए जीएसटी

By: Jan 17th, 2018 12:04 am

नई दिल्ली — इंडियन बिस्कुट््स मेनुफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईबीएमए) ने बिस्कुट पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को तत्काल कम कर 12 फीसदी करने की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि 18 फीसदी जीएसटी से यह उद्योग विशेषकर छोटे एवं मझौले उद्यम बुरी तरह प्रभावित हुआ है और इसकी वजह से इस क्षेत्र में रोजगार पर विपरीत असर पड़ रहा है। आईबीएमए के अध्यक्ष बीपी अग्रवाल ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह मांग करते हुए कहा कि बिस्कुट को 18 फीसदी जीएसटी के दायरे में रखे जाने से इस क्षेत्र का विकास थम गया है। छोटे एवं मझौले उद्यम परेशान हो चुके हैं। उन्होंने बिस्कुट को समाज के कमजोर तबके लिए कम कीमत वाला पोषक आहार बताते हुए कहा कि बिस्कुट को भूल बस प्रीमियम उत्पाद माना जा रहा है, जबकि वास्तव में यह रिक्शा चालक से लेकर समाज के अन्य कमजोर तबकों के लिए पोषण आहार है। उन्होंने कहा कि मिठाई, प्रसंस्कृत सूखे मेवा और चाय पर पांच प्रतिशत, जूस, नमकीन, जेम-जेली, नूडल्स, पास्ता, टोमैटो कैचअप जैसे उत्पादों पर 12 प्रतिशत जीएसटी ह, जबकि बिस्कुट को 18 फीसदी जीएसटी के दायरे रखा गया है। उन्होंने जीएसटी परिषद और सरकार से उद्योग के हित में तत्काल बिस्कुट पर जीएसटी कम कर 12 फीसदी करने की मांग करते हुए कहा कि यह उद्योग कृषि उत्पादों जैसे गेहूं, वनस्पति तेल, चीनी और दूध पर आधारित है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App