चंदन उगाएं, पैसा कमाएं
नौणी—चंदन की खुशबू हर किसी का मन मोह लेती है व अंतरराष्ट्रीय बाजार में चंदन की मांग बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि चंदन की खेती करना पहाड़ी किसानों के लिए बहुत फायदेमंद व्यवसाय साबित हो सकता है। जानकारी के अनुसार चंदन के पेड़ से निकाला गया तेल बहुत महंगा बिकता है व इसका इस्तेमाल कॉस्मेटिक व सेंट में किया जाता है, जबकि इसकी लकड़ी भी बाजार में अच्छे भाव में बिक जाती है, जो धूप, हवन सामग्री व अन्य उत्पाद बनाने के काम आती है। चंदन का पेड़ जड़ से लेकर पत्ते तक बिक जाता है, जो कि किसानों की आमदनी का बेहतर जरिया है। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में चंदन की खुशबू महक रही है। चंदन का पौधा औसतन 35 से 40 फुट ऊंचा होता है व चंदन के पेड़ से करीब तीन से चार घन फुट लकड़ी तैयार होती है, जिसका वजन 20 से 40 किलोग्राम होता है। चंदन का भीतरी भाग अधिक महंगा बिकता है, जिसकी कीमत उसके रस के आधार पर होती है। डा. वाईएस परमार नौणी विश्वविद्यालय के वन उत्पाद विभाग के विभागाध्यक्ष डा. कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर व मंडी में चंदन की खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के किसान चंदन के पौधे लगा रहे हैं, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार होगा। भारतीय चंदन की खुशबू व तेल की मात्रा बाकी देशों के चंदन से एक से छह प्रतिशत तक ज्यादा होती है, जिसके कारण इसकी मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत ज्यादा है। इसके अलावा चंदन स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद व लाभदायक है। इसका प्रयोग धार्मिक कार्यों व कई दवाइयों में किया जाता है।
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