टमाटर की खेती में जुटे किसान

By: Mar 7th, 2018 12:09 am

 

नेरवा/ चौपाल —गत दो दिनों तक हुई बारिश के बाद उपमंडल चौपाल के निचले क्षेत्रों के टमाटर उत्पादकों ने खेतों-क्यारियों का रुख कर लिया है। किसान टमाटर की पनीरी की रोपाई के लिए जमीन तैयार करने में जुट गए हैं। बीते दो दिनों में हुई बारिश को क्षेत्र के किसानों की आर्थिकी की रीढ़ बन चुके टमाटर, जिसे लाल सोने की उपमा भी मिल चुकी है, की फसल के लिए अति उत्तम माना जा रहा है। बारिश से जमीन में नमी आने से जमीन की खुदाई आसान हो गई है व यह नमी टमाटर के पौधों की रोपाई के लिए बहुत ही फायदेमंद मानी जा रही है। इसके अलावा किसान टमाटर के पौधों को सहारा देने के लिए झाडि़यों के जुगाड़ में भी जुट गए हैं। टमाटरों के पौधों को सहारा देने के लिए झाडि़यां जिन्हें स्थानीय भाषा में छीटे कहते हैं का जुगाड़ करना किसानों के लिए चुनौती बना हुआ है। कुछ साल पहले तक क्षेत्र में उगने वाले एक विशेष प्रकार के पौधे जिसे निनांटू कहा जाता है की झाडि़यां पर्याप्त मात्रा में मिल जाती थीं, परंतु टमाटर उत्पादकों द्वारा प्रतिवर्ष इस पौधे की बेशुमार कटाई के चलते अब यह झाडि़यां समाप्त हो चुकी हैं। इन पौधों में अब छोटी-छोटी टहनियां ही बची हैं। निनांटू की टहनियों को पूरी तरह तैयार होने में चार से पांच साल लग जाते हैं। निनांटू की झाडि़यां न मिलने के चलते किसान अब अन्य पौधों की झाडि़यों का जुगाड़ कर रहे हैं। बताते चलें कि टमाटर की खेती उपमंडल चौपाल के निचले क्षेत्रों के किसानों की आर्थिकी में एक विशेष स्थान बना चुकी है। अधिकांश किसान अन्य परंपरागत फसलें उगाना छोड़ कर टमाटर की खेती से जुड़ चुके हैं। टमाटर की खेती से स्थानीय किसान ही नहीं नेपाली मूल के प्रवासी भी प्रतिवर्ष लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं। इन प्रवासियों ने स्थानीय लोगों से जमीनें लीज पर ली हुई हैं व इन जमीनों पर टमाटर के अलावा अन्य सब्जियां उगा कर अपने परिवारों का भरण-पोषण कर रहे हैं। बीते साल भी इन टमाटर उत्पादकों ने खूब चांदी कूटी। पिछले साल टमाटर उत्पादकों को टमाटर के रिकॉर्ड दाम हासिल हुए। आम तौर पर पांच-छह सौ रुपए तक बिकने वाली टमाटर की क्रेट बीते साल डेढ़ हजार रुपए तक बिकी, जिस वजह से इस साल किसानों के हौसले बुलंदियों पर हैं व इस साल तो कई सालों से बंजर पड़ी भूमि को भी टमाटर की खेती के लिए तैयार किया जा रहा है। किसानों को उम्मीद है कि उन्हें इस साल भी टमाटर के दाम पिछले साल की भांति ही मिलेंगे, परंतु किसानों की यह उम्मीदें आने वाले समय के मौसम पर निर्भर करती हैं। यदि मौसम अनुकूल रहा तो उम्मीद की जा सकती है कि इस साल भी क्षेत्र के किसान लाल सोने से मालामाल हो सकते हैं।

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App