भारद्वाज शिक्षण संस्थान में सजीं प्रतियोगिताएं

By: Mar 8th, 2018 12:05 am

करसोग  —जहां एक ओर भौतिक दृष्टि से उन्नति हो रही हैं वहीं, दूसरी ओर मानसिक एवं व्यावसायिक दृष्टि से पिछड़ रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमारे चारों ओर का भ्रष्ट, अनैतिक एवं संवेदनहीन वातावरण है। इसी परिदृष्य पर चर्चा के लिए भारद्वाज शिक्षण संस्थान बीएड कालेज में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम एनजीओ शील कोमलम के तत्वावधान में करवाया गया। कार्यक्रम में कालेज के प्रशिक्षुओं ने भाषण प्रतियोगिता तथा प्रश्नोत्तरी के तहत नैतिकता एवं मानव मूल्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ उपमंडल अधिकारी ना. आईएएस अपूर्व देवगन के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने प्रशिक्षुओं को लगातार मेहनत करने तथा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया। कार्यक्रम के संचालक एवं संस्था शील कोमलम के अध्यक्ष ओम राठौर ने मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह के रूप में एक पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में भारद्वाज शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष एमडी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। कालेज के निदेशक प्रवीन मेहता ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि धैर्य, क्षमा, समता, संयम, सूचिता, अक्रोध एवं करुणा जैसे जीवन मूल्यों को ही हमारी संस्कृति में धर्म की संज्ञा दी गई है, परंतु आज कर्मकांड एवं पूजा पद्धति को धर्म समझ बैठे हैं। समाज को सही दिशा में प्रेरित करने के लिए शिक्षक की अहम भूमिका होती है। नई पीढ़ी को वास्तविक धर्म एवं संस्कृति का मरम करवाना तथा महापुरुषों के चरित्र से प्रेरित करना शिक्षक का कर्त्तव्य है। कार्यक्रम में ओम राठौर द्वारा प्रश्नोत्तरी करवाई गई, जिसमें अग्नि सदन प्रथम स्थान पर रहा वहीं, नैतिकता के गिरते स्तर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में निर्मला, शिवांगी, प्रभा, चंपा तथा ऐमराज ने अपने विचारों से श्रोताओं को बहुत प्रभावित किया। इसमें प्रथम स्थान शिवांगी ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।  इस मौके पर एनजीओ शील कोमलम के समस्त पदाधिकारियों सहित संस्थान का अध्यापक वर्ग अंजना शर्मा, हरीश वर्मा, कांता ठाकुर, धर्म सिंह, अंचला कुमारी, संदीपा मेहता, बिमल देवी तथा इंद्रा देवी उपस्थ्ति रहे।


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