देवभूमि में नहीं दूध की कमी

By: Apr 15th, 2018 12:01 am

राष्ट्रीय औसत से अधिक है प्रति व्यक्ति उपलब्ध दूध की मात्रा

 पालमपुर— देवभूमि देश के उन प्रदेशों की सूची में शामिल है, जहां पर प्रति व्यक्ति उपलब्ध दूध की मात्रा राष्ट्रीय औसत से अधिक है। दूध उत्पादन के राष्ट्रीय स्तर के आंकड़े बताते हैं कि 2016-17 में देश में 165.4 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ और सबसे अधिक आबादी वाले देश में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध दूध की मात्रा 355 ग्राम रही। बीएएचएफएस द्वारा जारी 2017 के आंकड़ों की इस सूची में नौ प्रदेश शामिल हैं और इनमें हिमाचल छठे पायदान पर है। 2016-17 में प्रदेश में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति उपलब्ध दूध की मात्रा 521 ग्राम बताई गई है, जो कि 2015-16 की 505 ग्राम से करीब 16 ग्राम बढ़ी है। 2001-02 में प्रदेश में यह आंकड़ा 341, 2002-2003 में 339 से बढ़कर 2010-11 में 446, 2011-12 में 447, 2012-13 में 460, 2013-14 में 461, 2014-15 में 466 और 2015-16 में 505 ग्राम रहा था, जो कि 2016-17 में 521 ग्राम तक जा पहुंचा। इस क्षेत्र में पंजाब पहले नंबर पर है, जहां पर यह आंकड़ा 1075 ग्राम है, 930 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध का उत्पादन कर हरियाणा दूसरे, 785 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध उपलब्धता के साथ राजस्थान तीसरे और 763 ग्राम के साथ गुजरात चौथे स्थान पर है। आंकड़े बताते हैं कि 2009-10 को छोड़ कर 2001 से लेकर अब तक प्रदेश में दुग्ध उत्पादन का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। 2001-02 में जहां प्रदेश में 7.56 लाख टन दूध का उत्पादन हुआ था, वहीं यह अब करीब 13.30 लाख टन तक जा पहुंचा है। 2007-08 के बाद से प्रदेश में सालाना दस लाख टन से अधिक दूध उत्पादन हुआ था। इस सूची में दस ऐसे प्रदेश भी शामिल हैं जहां पर प्रति व्यक्ति प्रति दिन उपलब्ध दूध की मात्रा 100 ग्राम से भी कम है। इनमें दमन-दियू, दिल्ली, मिजोरम, गोवा, असम, मणिपुर, चंडीगढ़, मेघालय, अंडमान-निकोबार और नागालैंड शामिल हैं।

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