उफान में फंसी जान…मसीहा बने जवान

By: May 22nd, 2018 12:20 am

सीआईएसएफ के जवानों ने बचाया सतलुज में फंसा पर्यटक

रामपुर बुशहर—चिलचिलाती गर्मी से निजात पाने के लिए नदी का ठंडा पानी जरूर आकर्षित करता है, लेकिन ठंडे पानी के बीच अटखेलियां जान जोखिम में डाल सकता है। इसका उदहारण रविवार देर रात को रामपुर से 30 किलोमीटर बिथल में देखने को मिला। रविवार को तीन पर्यटक शिमला से रामपुर की तरफ आ रहे थे कि इस बीच वह बिथल रुके, जहां सतलुज काफी नजदीक से बहती है। तीनों ने तय किया कि वे सतलुज के किनारे जाकर फोटो खींचेंगे और थोड़ी पानी के बीच मस्ती करेंगे। उन्हें यह बताने वाला कोई नहीं था कि सतलुज का बहाव कभी भी बढ़ सकता है। इस बीच वह काफी देर तक पानी में मस्ती करते रहे। एकाएक सतलुज नदी का बहाव बढ़ने लगा, जिसे देखते हुए वे सतलुज से बाहर निकलने की कोशिश में रहे, लेकिन इनमें से एक को इसकी भनक देरी से लगी और वह उफनती सतलुज के बीच में फंस गया। गनीमत रही कि उसे बड़ा पत्थर मिल गया, जिसके ऊपर वह चढ़ गया। ऐसे में उसकी जान तो बच गई, लेकिन वह जिंदगी और मौत के बीच फंस गया। ऐसे में उस युवक के दो अन्य दोस्त उसे बचाने के लिए मदद मांगने लगे, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह सतलुज नदी के बीच में जा सके, जिसके बाद इस बात की सूचना एसजेवीएन के जीएम संजीव सूद को दी गई। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत सीआईएसएफ झाकड़ी को दी। सीआईएसएफ के उपकमांडेंट आनंद मोहन ने तुरंत मौके के लिए सहायक कमांडेंट दलीप नंबूदिरी की अगवाई में भेजी। टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद रात 12 बजे युवक को बाहर निकाला, जिसकी पहचान रमेश पुत्र गौरी लाल, जिला करनाल, हरियाणा के तौर पर हुई।

रेत निकालते रावी नदी में फंसे दो

चंबा — शहर से सटे राजपुरा कस्बे में सोमवार शाम को रावी नदी का बहाव अचानक बढ़ने से रेत निकालने में जुटे दो लोग ट्रैक्टर समेत बीच भंवर में फंस गए। जान को जोखिम में पड़ता देख इन दोनों ने ट्रैक्टर पर चढ़कर मदद के लिए चिल्लाना आरंभ कर दिया। बाद में लोगों की सूचना पर अग्निशमन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नदी में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर-  निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App