ड्राइवर पर ही न थोप दो सारी गलती.. फिर करवाओ जांच

By: May 10th, 2018 12:10 am

नूरपुर —नूरपुर हलके के तहत पड़ते क्षेत्र में गत नौ अप्रैल को मलकवाल के निकट हुए स्कूल बस हादसे में मारे गए बच्चों के परिजनों ने एडीएम कांगड़ा की मजिस्ट्रेट जांच पर असंतोष प्रकट किया है। उन्होंने नूरपुर हलके के विधायक राकेश पठानिया व एसडीएम नूरपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंप कर कहा है कि वे इस जांच से संतुष्ट नहीं हैं।  इस हादसे की दोबारा जांच करवाकर उन्हें न्याय दिया जाए। बच्चों के परिजनों ने बुधवार को सिविल अस्पताल नूरपुर के परिसर विधायक राकेश पठानिया व एसडीएम नूरपुर से मिल कर कहा कि वे एडीएम की जांच से संतुष्ट नहीं हैं और इसकी दोबारा उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।  परिजनों ने   अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि  एडीएम की ओर से डीसी कांगड़ा को सौंपी गई स्कूल बस हादसे की जांच रिपोर्ट में हादसे की पूरी जिम्मेदारी बस चालक पर डाल दी गई है, जो कि गलत है।  परिजनों ने कहा कि रिपोर्ट में  ड्राइवर को नींद आना भी दुर्घटना का एक कारण बताया गया है, लेकिन इस रिपोर्ट में सवाल उठता है कि यदि मलकवाल में ड्राइवर बस रोकता है,  एक मोड़ आगे बच्चों को उतारता है, एक और मोड़ आगे दो लड़कियों को बस में बैठाता है, तो अगले मोड़ पर उसको नींद कैसे आ सकती है। परिजनों ने रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि ड्राइवर को स्कूल बस चलाते हुए दस वर्ष का समय हो गया था। उसके पास   ड्राइविंग का काफी वर्षों का अनुभव  था, तो वह  बच्चों के शोर से बस का नियंत्रण कैसे खो सकता है।  उन्होंने कहा कि इस जांच में सारी गलती बस ड्राइवर पर डाल दी, जबकि अन्य किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया ।  परिजनों ने बस की हालत पर भी सवाल उठाए हैं। विधायक व एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में  उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि उक्त जांच को सिरे से खारिज करते हुए उच्च स्तरीय जांच बिठाई जाए, ताकि हमे न्याय मिल सके तथा दोषियों के खिलाफ  कार्रवाई की जाए।  राकेश पठानिया ने कहा कि उन्होंने  न्याय दिलाने का भरोसा दिया।

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