रूसा ने बढ़ाया छात्रों का मर्ज
शिमला —राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा प्रणाली के तहत प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। इस प्रणाली के तहत न तो छात्रों की कक्षाएं पूरी लग पा रही है न ही उन्हें खेलकूद के लिए समय मिल रहा है। यह मत रूसा को लेकर एसएफआई के सेमीनार में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षाविद्वों ने दिए है। इस सेमीनार का आयोजन एसएफआई राज्य कमेटी द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में किया गया। इस सेमीनार के माध्यम से एसएफआई ने रूसा को लेकर छात्रों और जनता के सुझाव लिए। इन सुझावों को इकाई रूसा पर प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई पुनर्विचार कमेटी को सौंपेगी। सेमीनार की शुरुआत में राज्य सचिव अमित ठाकुर ने रूसा प्रणाली के अंतर्गत आ रही दिक्कतों से अवगत करवाया। सेमीनार में डा. रीना तंवर सेवानिवृत्त प्रिंसीपल बतौर मुख्यवक्ता उपस्थित रही। डा. तंवर ने कहा कि जब से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की यूजी कक्षाओं में रूसा प्रणाली लागू हुई है तब से शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। इस अवसर पर एसएफआई राज्य अध्यक्ष विक्रम कायथ ने सेमीनार को संबोधित करते हुए कहा कि आज छात्र रूसा के चलते खेलकूद एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों से वंचित रह रहा है। परीक्षा परिणाम घोषित करने में देर होती है या फिर परीक्षा परिणाम आधे-अधूरे रह जाते हैं। एसएफआई राज्य अध्यक्ष विक्रम कायथ ने कहा कि सेमीनार के माध्यम से एकत्र हुए तमाम सुझाव को सरकार और कमेटी के पास रखेगी।
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