महिला बहुमत का मंत्रिमंडल

By: Jun 17th, 2018 12:12 am

स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज 2 जून को जब अपने पद की शपथ ले रहे थे तब उनके जहन में आठ मार्च को हुए महिला आंदोलन की तस्वीरें ताजा थीं।  सांचेज ने अपना मंत्रिमंडल तय किया और मंत्रिमंडल के 17 में से 11 अहम पदों के लिए महिलाओं को चुनकर नया रिकॉर्ड बना दिया…

स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज 2 जून को जब अपने पद की शपथ ले रहे थे, तब उनके जहन में आठ मार्च को हुए महिला आंदोलन की तस्वीरें ताजा थीं। सांचेज ने अपना मंत्रिमंडल तय किया और मंत्रिमंडल के 17 में से 11 अहम पदों के लिए महिलाओं को चुनकर नया रिकार्ड बना दिया। स्पेन के प्रधानमंत्री ने कैबिनेट में महिलाओं को 61 फीसद से ज्यादा प्रतिनिधित्व देने के लिए देश में हुई महिलाओं की पहली आम हड़ताल (फेमिनिस्ट स्ट्राइक) का जिक्र किया। आठ मार्च को फेमनिस्ट मूवमेंट के जरिए स्पेन में बदलाव की जो लहर दिखी, ये मंत्रिमंडल उसका प्रतिबिंब है। महिलाओं के सपनों को मिले नए पंख- सांचेज साल 2014 में सोशलिस्ट पार्टी के मुखिया बने थे। उसके पहले उनका नाम कभी ज्यादा चर्चा में नहीं रहा। सांचेज ने पार्टी को दोबारा सत्ता में लाने का वादा किया था। साल 2015 और 2016 के चुनावों में मिली हार के बाद उन्हें पार्टी की कमान छोड़नी पड़ी, लेकिन वो लौटे और भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी पीपुल्स पार्टी के प्रधानमंत्री मारियानो रखॉय के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए। रखॉय हटे और स्पेन की बागडोर सांचेज के हाथ आ गई। सांचेज ने अपनी कैबिनेट के जरिए देश की आधी से ज्यादा आबादी को नए ख्वाब दे दिए। महिलाओं की मांग का असर उनके मंत्रिमंडल में महिलाओं के दबदबे पर अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार प्रोफेसर हर्ष पंत कहते हैं, इसका काफी सांकेतिक महत्त्व है। मुझे लगता है कि नीचे से एक मांग उठ रही थी कि महिलाओं का इतना कम प्रतिनिधित्व क्यों है, खासकर उन देशों में जहां महिला आंदोलन काफ़ी मजबूत रहे हैं। मुझे लगता है कि इससे सरकार और राजनीतिक तबकों पर दबाव पड़ रहा है और हम इस तरह के बदलाव देख रहे हैं, लेकिन स्पेन में महिलाओं को सरकार में बड़े पैमाने पर प्रतिनिधित्व पहली बार नहीं मिला है। यूरोप की राजनीति पर नजर रखने वाली और पेरिस में मौजूद वरिष्ठ पत्रकार वैजू नरावने बताती हैं कि सोशलिस्ट पार्टी की सरकारों में महिलाओं को अहमियत मिलती रही है। वह कहती हैं, हमने यह देखा है कि जब होजेे लुइस जपातेरो सोशलिस्ट पार्टी की ओर से स्पेन के प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्होंने भी काफी सारी औरतों को बहुत बड़े पदों पर नामित किया था। तब स्पेन में पहली बार एक महिला (कारमैन चकोन) रक्षा मंत्री थीं।


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