एक्टिविटी आधारित हो शिक्षा

By: Jul 31st, 2018 12:05 am

संदीप कुमार, हमीरपुर

बच्चों में ज्ञान की समझ विकसित करने, कक्षा-कक्ष प्रबंधन, प्रभावी छात्र-शिक्षक संवाद एवं निर्देशों की उत्तमताय सरंचित अध्यापन एवं सीखने पर जोर देने वाली गतिविधियों के दृष्टिकोण से इन कार्यविधियों का सर्वाधिक महत्त्व है। आईसीटी समर्थित शिक्षण और अधिगम के संदर्भ में सीखने की प्रक्रिया के परिणामों में स्पष्ट रूप से प्रत्येक कक्षा और प्रत्येक विषय के लिए संभावित शिक्षण परिणामों पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि यह शिक्षकों, विद्यालय प्रमुखों के द्वारा आसानी से समझा जा सके और इसे समुदाय के बीच व्यापक रूप से प्रचारित किया जा सके। गणित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अध्ययन को रोचक और लोकप्रिय बनाने के क्रम में 2015 में राष्ट्रीय आविष्कार के माध्यम से विद्यालयों के पास आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों से  परामर्शदाता के तौर पर अनुभव प्राप्त करने के अवसर होते हैं। हाल ही में प्रारंभ किए गए अटल अभिनव अभियान और अटल टिंकरिंग लैब से छात्रों के बीच महत्त्वपूर्ण विश्लेषण,  सृजनात्मकता और समस्या को सुलझाने जैसी गतिविधियों को बल मिलेगा। देश के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों को आईसीटी से लैस किया जा रहा है, ताकि बच्चों को पढ़ाने में आईसीटी का लाभ लिया जा सके और उनमें सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी साक्षरता में भी सुधार किया जा सके।

 


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