सतर्कता के नए सरताज
शरद कुमार
एनआईए के पूर्व प्रमुख शरद कुमार को केंद्रीय सतर्कता आयोग में सतर्कता आयुक्त नियुक्त किया गया है। वह आतंकवाद रोधी जांच संगठन राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए का चार सालों तक नेतृत्व करने के बाद पिछले साल सितंबर में सेवानिवृत्त हुए थे। कुमार 1979 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक कुमार को केंद्रीय सतर्कता आयोग में चार साल की अवधि या जब तक वह 65 वर्ष के न हो जाएं, तब तक के लिए सतर्कता आयुक्त नियुक्त किया गया है। बता दें कि यह पद फरवरी से रिक्त था। नियमों के मुताबिक कुमार का कार्यकाल अक्तूबर 2020 को खत्म होगा। आयोग में एक केंद्रीय सतर्कता आयुक्त और दो सतर्कता आयुक्त होते हैं। केवी चौधरी फिलहाल केंद्रीय सतर्कता आयुक्त हैं और टीएम भसीन दूसरे सतर्कता आयुक्त हैं। कुमार बरेली के रहने वाले हैं और उन्होंने साइंस में ग्रेजुएशन की है और उन्हें 30 जुलाई, 2013 को एनआईए का चीफ नियुक्त किया गया था। वह हरियाणा में प्रिजन के डीजी भी रह चुके हैं और दूसरे ऐसे आईपीएस हैं, जिन्हें टेरेरिज्म लॉ इंफोर्समेंट एजेंसी का मुख्य चुना गया था। साथ ही वह गुरुग्राम, अंबाला और रोहतक में डीएसपी और रोहतक में आईजी रह चुके हैं। उसके बाद साल 2007 में उन्हें एडीजीपी भी नियुक्त किया गया था।
केंद्रीय सतर्कता आयोग के अधिकार एवं कार्य
- केंद्रीय सरकार द्वारा भेजे गए किसी संदर्भ पर जांच करना अथवा जांच या अन्वेषण करवाना।
- केंद्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम, 2003 की धारा 8 की उपधारा 2 में विनिर्दिष्ट पदाधिकारियों के ऐसे प्रवर्ग से संबंधित किसी पदधारी के विरुद्ध प्राप्त किसी शिकायत में जांच करना या जांच अथवा अन्वेषण कराना।
- भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के अधीन अभिकथित रूप से किए गए अपराधों में अथवा दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत किसी अपराध में दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन द्वारा किए गए अन्वेषणों की प्रगति का पुनराविलोकन करना।
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