मानसून सत्र में होगी राहत का बारिश
प्राथमिक सहायक अध्यापक संघ को पक्की नौकरी की उम्मीद
शिमला— विधान सभा के मानसून सत्र से शिक्षा विभाग में कार्यरत अधिकारीयों और शिक्षकों को काफी उम्मीदें है। सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे पैट, पीटीए, टीजीटी, एसएमसी व अन्य वर्ग के शिक्षकों को सरकार से राहत मिलने की उम्मीद है। इसी के तहत हिमाचल प्रदेश प्राथमिक सहायक अध्यापक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नेत्र ठाकुर ने कहा कि प्राथमिक सहायक अध्यापकों को मानसून सत्र में सरकार स्थायी समाधान ला कर नियमित करें। उन्होंने कहा कि प्राथमिक सहायक अध्यापकों की नियुक्तियां ग्रामीण विद्या उपासकों की तर्ज पर 2003 से 2007 के बीच हुई है, जब हिमाचल में एक भी प्रशिक्षित जेबीटी नहीं था। उन्होंने कहा कि प्राथमिक सहायक अध्यापक पिछले 14 वर्षों से लगातार दूरदराज की पाठशालाओं में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन इतने वर्षों के बाद भी अपने नियमितीकरण को लेकर वे संघर्ष कर रहे हैं। बता दें कि 2011 में प्राथमिक सहायक अध्यापकों के लिए दो वर्षों का प्रशिक्षण शुरू किया गया था, जो जनवरी 2013 में समाप्त होना था। दिसंबर 2012 में हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ और द्वितीय वर्ष के पेपर ही बचे थे और मात्र छह दिन का ही प्रशिक्षण बचा था, बावजूद उसे रद्द कर दिया गया। 2012 से लेकर 2017 तक लगातार अध्यापक नियमितीकरण को लेकर संघर्ष करते रहे, लेकिन सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन ही मिले। वर्तमान में सभी अध्यापक नियमित होने के सभी मापदंड पूर्ण करते हैं। इसलिए आने वाले मानसून सत्र में शिक्षकों के हितों को देखते हुए स्थायी समाधान निकाला जाए। नेत्र ठाकुर ने कहा कि 23 जुलाई को राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव व निदेशक की बैठक में शिक्षा मंत्री ने संघ को आश्वास्त किया था कि मानसून सत्र में प्राथमिक सहायक अध्यापकों की समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।
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