एनएसएस-स्काउट्स लड़ेंगे छात्रों की लड़ाई

By: Oct 3rd, 2018 12:01 am

शिमला – हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में एससीए चुनाव बंद होने के बाद शिक्षा व छात्रों से जुड़े मुद्दों को प्रशासन तक पहुंचाने की प्रथा अब बंद हो गई है। राज्य सरकार ने भी इस बात को स्वीकार किया है। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा मंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग को निर्देश दिए है कि कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में एनएसएस और स्काउट एंड गाउड्स के कार्यकर्ताओं को इन कार्यों के लिए आगे किया जाए। सरकार ने आदेश दिए हैं कि एनएसएस के कार्यकताओं का एक समूह बनाया जाए और साथ ही कालेज से जुड़े मुद्दों को किस तरह से प्रशासन के समक्ष उठाना है, इस बारे में भी बताया जाए। बता दें कि शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने खुद कहा कि जब से राज्य में छात्र संघ चुनाव बंद किए गए हैं, तब से लेकर शिक्षण संस्थानों में कोई विकासात्मक गतिविधियां नहीं हो पाई हैं। उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव बंद करने से केवल कालेजों में छात्र गुटों में होने वाली लड़ाई बंद हुई है। शिक्षा मंत्री ने साफ किया है कि शिक्षण संस्थानों में छात्र गतिविधियां बंद नहीं होनी चाहिएं, इसीलिए एनएसएस व स्काउट एंड गाइड्स के छात्रों को आगे किया जाए।  बता दें कि छात्र संघ चुनाव बंद होने के बाद पहली बार छात्र गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग को इस बारे में जल्द रिपोर्ट तलब करने के  निर्देश दिए हैं। वहीं, कालेजों के प्रधानाचार्य और एनएसएस व स्काउंट एंड गाइड्स के कमांडरों और कार्यकताओं को इस बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। खास बात यह रहेगी कि जो मुद्दे इससे पहले छात्र संघ उठाते थे, अब आम छात्र यानी एनएसएस व स्काउट एंड गाइड्स के कार्यकर्ता उठाएंगे। जानकारी के अनुसार ट्रेनिंग के दौरान कमांडरों को इन छात्रोंं को बताना होगा कि किस तरह से बिना भेदभाव से कालजों में छात्रों को पेश आने वाली छोटी-छोटी समस्याओं पर चर्चा कर कालेज प्रशासन तक पहुंचाना है। ट्रेनिंग में बताया जाएगा कि छात्रों को कालेजों में कक्षाओं में आने वाली समस्याओं को भी प्रमुखता से किस प्रकार से उठाया जा सकता है।


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