सात दिन में दें स्कूलों के अधूरे भवनों की रिपोर्ट

By: Dec 8th, 2018 12:02 am

शिमला -प्रदेश के सरकारी स्कूलों में रुके नए भवन निर्माण के कार्यों की रिपोर्ट अब शिक्षा विभाग को सात दिन में सरकार को भेजनी होगी। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग के पास शिक्षा विभाग का कितना बजट रुका है, इस बारे में भी पूरा ब्यौरा देना होगा। शुक्रवार को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा विभाग को ये आदेश जारी किए। अगर जिलों से स्कूल के अधूरे भवनों की रिपोर्ट समय रहते नहीं मिली, तो ऐसे में शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि राज्य में भवन निर्माण के नाम पर करोड़ों का घोटाला हुआ है। वहीं कई क्षेत्रों में सप्लायरों ने भी स्कूलों के नाम पर शिक्षा विभाग के कई लाखों-करोड़ों रुपए हड़पे हैं। शिक्षा विभाग में कई सालों से स्कूल भवनों के निर्माण और छात्रों को सुविधाएं देने नाम पर चल रहे इस घोटाले पर मंत्री काफी नाखुश हुए। इस दौरान उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को फटकार तो लगाई ही, साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने आज दिन तक शिक्षा की गुणवत्ता और भवन निर्माण कार्य को लेकर अभी तक जिलों से समय रहते रिपोर्ट क्यों तलब नहीं की। गुरुवार को शिक्षा मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा अधिकारियों को जल्द इन कार्यों पर सात दिनों में विस्तार से रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा मंत्री ने अतिरिक्त सेनेटरी नैपकीन वेंडिन मशीन लगाने व शौचालय बनाने के बारे में भी रिपोर्ट मांगी है। बैठक में सभी जिलों के उपनिदेशक के साथ अन्य संबंधित मुद्दों पर भी मंत्री ने चर्चा की। वहीं प्रदेश शिक्षा सचिव अरुण शर्मा ने पोक्सो एक्ट को स्कूलों में गंभीरतापूर्वक लागू करने और इस प्रकार के कार्यों में संलिप्त व्यक्ति को दोषी करार देने पर किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। वहीं कई ऐसे स्कूल भी हैं, जहां से अभी तक हर माह पांच तारीख को पोक्सो के तहत दर्ज किए मामलों की रिपोर्ट नहीं आ रही है। उत्कृष्ट कार्यों पर शिक्षकों को सम्मान समीक्षा बैठक में राजकीय प्राथमिक पाठशाला अनोगा शिक्षा खंड सुंडला जिला के जेबीटी अध्यापक युद्धवीर को राष्ट्रीय संसाधन प्रतियोगिता 2018 में शीर्ष तीन स्थान पर रहने के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्हें शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने एक प्रशस्ति पत्र एवं एक मोबाइल फोन भेंट देकर पुरस्कृत किया। जेबीटी शिक्षक को यह पुरस्कार इनके उस वीडियो के लिए मिला, जिसे टीचर ऐप के माध्यम से पूरे देश भर के शिक्षकों ने देखा और अपना ऑनलाइन वोट भी दिया। इसके अलावा सोलन की मंझोल प्राथमिक पाठशाला की शिक्षिका कोमिला हरनोट को भी इस प्रतियोगिता में शीर्ष दस में रहकर हिमाचल का गौरव बढ़ाया।

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