चट्टल शक्तिपीठ 

By: Feb 23rd, 2019 12:05 am

समुद्रतल से 350 मीटर की ऊंचाई पर यहां चंद्रशेखर शिव का भी मंदिर है। यहां सती की ‘दाहिनी भुजा’ का निपात हुआ था। यहां की शक्ति भवानी तथा शिव चंद्रशेखर हैं। यहीं पर पास में ही सीताकुंड, व्यासकुंड, सूर्यकुंड, ब्रह्मकुंड, बाड़व कुंड, लवणाक्ष तीर्थ, सहस्रधाराएं जनकोटि शिव भी हैं…

आदि शक्तिपीठों की संख्या 4 मानी जाती है।  कालिकापुराण में शक्तिपीठों की संख्या 26 बताई गई है।  शिव चरित्र के अनुसार शक्ति पीठों की संख्या 51 है।  तंत्र चूड़ामणि,मार्कंडेय पुराण के अनुसार शक्तिपीठ 52 हैं।

कहानी है कि आदि शक्ति के एक रूप सती ने शिवजी से विवाह किया, लेकिन इस विवाह से सती के पिता दक्ष खुश नहीं थे। बाद में दक्ष ने एक यज्ञ किया,तो उसमें सती को छोड़कर सभी देवताओं को आमंत्रित किया। सती बिना बुलाए यज्ञ में चली गईं। दक्ष ने शिवजी के बारे में अपमानजनक बातें कहीं। सती इसे सह न सकी और सशरीर यज्ञाग्नि में स्वयं को समर्पित कर दिया। दुख में डूबे शिव ने सती के शरीर को उठाकर विनाश नृत्य आरंभ किया। इसे रोकने के लिए विष्णु ने सुदर्शन चक्र का इस्तेमाल कर सती की देह के टुकड़े किए। जहां-जहां सती के शरीर के अंग गिरे, वो स्थान शक्तिपीठ बन गए। शक्तिपीठों के स्थानों और संख्या को लेकर ग्रंथों में अलग बातें कही गई हैं। यहां हम बता रहे हैं सबसे चर्चित 51 शक्तिपीठों के बारे में।  भागवत में शक्तिपीठों की संख्या 108 बताई गई है। चट्टल शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है।

हिंदू धार्मिक पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आए। ये अत्यंत पावन तीर्थ स्थान कहलाए। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है। देवी का यह पीठ बांग्लादेश में चटगांव से 38 किलोमीटर दूर सीताकुंड स्टेशन के पास चंद्रशेखर पर्वत पर स्थित भवानी मंदिर है।

समुद्रतल से 350 मीटर की ऊंचाई पर यहां चंद्रशेखर शिव का भी मंदिर है। यहां सती की ‘दाहिनी भुजा’ का निपात हुआ था। यहां की शक्ति भवानी तथा शिव चंद्रशेखर हैं। यहीं पर पास में ही सीताकुंड, व्यासकुंड, सूर्यकुंड, ब्रह्मकुंड, बाड़व कुंड, लवणाक्ष तीर्थ, सहस्रधाराएं जनकोटि शिव भी हैं। बाडव कुंड से निरंतर आग निकलती रहती है। शिवरात्रि को यहां भारी मेला लगता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App