उठाया था गलत झंडा, माफ करे जनता

By: Apr 3rd, 2019 12:20 am

दादा संग टिकट लेकर मंडी पहुंचे आश्रय के स्वागत को नहीं आए कौल-वीरभद्र समर्थक

 मंडी —संसदीय चुनाव में बदले राजनीतिक समीकरणों के बाद सबसे हॉट सीट बन चुकी मंडी की चुनावी जंग मंगलवार से शुरू हो गई है। कांग्रेस में शामिल होने के बाद टिकट लेकर कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा मंगलवार को अपने दादा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के साथ मंडी पहुंच गए हैं। आश्रय शर्मा व पंडित सुखराम का जहां सलापड़ लेकर मंडी तक कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया, वहीं मंडी में आयोजित स्वागत समारोह में न तो उनके पिता अनिल शर्मा पहुंचे और न ही पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर व उनकी बेटी चंपा ठाकुर पहुंची। इसके साथ ही कई वीरभद्र समर्थक कार्यक्रम में नहीं आए। हालाकि मंडी के साथ ही कुल्लू व लाहुल-स्पीति से भी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने मंडी पहुंच कर उनका स्वागत किया।  आश्रय शर्मा और पंडित सुखराम ने मंगलवार को भाजपा व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर करारे हमले किए। आश्रय शर्मा ने कहा कि एक साल पहले उनसे गलती हो गई थी और उन्होंने गलत झंडा उठा लिया था, लेकिन अब वह लौट आए हैं और जनता उनकी गलती माफ करे। उन्होंने कहा कि राम स्वरूप शर्मा पांच साल में मंडी के लिए एक भी काम नहीं करवा सके हैं।

आश्रय बोले, मेरे पापा मेरे ही रहेंगे

आश्रय ने कहा कि उनके पिता चाहे जयराम सरकार में मंत्री हैं, पर इससे वह पहले मेरे पापा हैं और मेरे ही रहेंगे, भाजपा के तो हो नहीं सकते। मेरी रगों में पंडित सुखराम का खून दौड़ता है।

पोते के रूप में सौंपा युवा नेता

पंडित सुखराम ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस में आकर घर वापसी की है और उन्हें दोबारा कांग्रेस में आकर अच्छा लग रहा है। वीरभद्र सिंह भी आश्रय के प्रचार के लिए मंडी आएंगे। सुखराम ने कहा कि अब वह उम्र के इस पड़ाव में हैं जब, वह जनता के बीच नहीं जा सकते, इसलिए उन्होंने अपने पोते के रूप में एक युवा चेहरा जनता को समर्पित किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जो पीछे हुआ उसे भूल जाओ।

प्रदेश में शुरू होगा सड़कों का काम

शिमला  केंद्रीय चुनाव आयोग ने हिमाचल के लिए सबसे बड़ी राहत प्रदान करते हुए डेढ़ हजार करोड़ के काम शुरू करने के लिए हरी झंडी दे दी है। इस राहत के बाद राज्य में 1547 करोड़ से सड़कों की मेंटेनेंस और टायरिंग का काम शुरू होगा। इसके तहत 78 करोड़ से नेशनल हाई-वे में टायरिंग होगी। इसके अलावा 22 करोड़ एनएच के मेंटेनेंस पर खर्च होंगे।  चुनाव आयोग ने ग्रामीण सड़कों के लिए 843 करोड़ की प्रस्तावित टेंडर प्रक्रिया को जारी रखने और निर्माण कार्य शुरू करने की स्वीकृति दे दी है। हिमाचल के लिए बड़ी राहत देते हुए चुनाव आयोग ने केंद्र से मंजूर 607 करोड़ के बजट के लिए भी टेंडर प्रक्रिया शुरू करने को हरी झंडी दिखा दी है। हिमाचल सरकार ने राज्य के मार्गों का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से ग्रामीण तथा नेशनल हाई-वे की सड़कों के निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति मांगी थी। इसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत केंद्र से मंजूर 843 करोड़ की शैल्फ के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण इस प्रक्रिया को जारी रखने की अनुमति प्रदान की जाए। इससे टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ग्रामीण सड़कों की अपग्रेडेशन, टायरिंग और मेंटेनेंस का काम शुरू हो सकता है।  केंद्र सरकार से ग्रामीण सड़कों के लिए नौ मार्च 2019 को स्वीकृत 607 करोड़ के बजट के लिए भी टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति मांगी है। बताते चलें कि यह राशि लोकसभा चुनावों की आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से एक दिन पहले जारी हुई है। इस कारण चुनाव आचार संहिता के कारण अगले अढ़ाई माह तक इस केंद्रीय सहायता पर कोई काम शुरू नहीं हो सकता था। लिहाजा राज्य सरकार ने इसके तहत टेंडर शुरू करने के लिए अनुमति मांगी थी। राज्य में टायरिंग का सीजन अगले दो-तीन माह तक है। इसके बाद बरसात का मौसम शुरू हो जाता है। लिहाजा चुनाव आयोग ने राज्य सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान करते हुए डेढ़ हजार करोड़ के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दे दी है।

किसानों में बंटेगा सस्ता बीज

चुनाव आयोग ने किसानों को सस्ते दामों पर दिए जाने वाले बीज आबंटन की अनुमति प्रदान कर दी है। राज्य सरकार के आग्रह पर मिली इस स्वीकृति के बाद अब प्रदेश के किसानों को तुरंत प्रभाव से सस्ते दामों पर बीज उपलब्ध हो जाएगा।


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