गेहूं का समर्थन मूल्य 105 रुपए बढ़ाया
पांवटा साहिब —प्रदेश मे गेंहू की सबसे अधिक पैदावार करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। इस बार केंद्र सरकार की खाद्य एजेंसी एफसीआई यानी फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 105 रुपए की बढ़ोतरी की है। पिछले वर्ष जिस एक क्विंटल गेहूं के दाम किसानों को 1735 रुनए मिल रहे थे, इस बार उन्हें 1840 रुपए प्रति क्विंटल मिलेंगे। एफसीआई पांवटा साहिब अनाज मंडी में अपना गेंहू खरीद केंद्र एक-दो दिन मे स्थापित करने जा रही है। एक ओर जहां किसान समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने से खुश हैं, वहीं दूसरी ओर एफसीआई को भी उम्मीद है कि इस बार भी पिछले साल की तरह गेहूं उनके पास पंहुचेगी। जानकारी के मुताबिक गेहूं के लिए प्रदेश भर में अव्वल पांवटा दून मे एफसीआई अपना गेहूं खरीद केंद्र एक या दो दिन में पांवटा अनाज मंडी मे स्थापित करने जा रहा है। निगम द्वारा इस बार प्रति क्विंटल गेंहू के न्यून्तम मूल्य मे 105 रुपए का इजाफा करते हुए 1840 रुपए कीमत निर्धारित की है। पिछली बार यह 1735 रुपए प्रति क्विंटल थी। पांवटा साहिब मे गेंहू की बम्पर पैदावार होती है। इस बार भी दून क्षेत्र मे गेंहू की अच्छी पैदावार है। पिछली बार किसानो ने करीब एक करोड़ 30 लाख रुपए से अधिक का गेंहू एफसीआई केन्द्र मे बेचा था। केन्द्र बंद होने तक पिछली बार यहां पर किसानो ने अपना 7500 क्विंटल के करीब गेंहू एफसीआई को बेचा था। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी यहां पर रिकॉर्ड़तोड़ गेहूं पहुंचेगी। गौर हो कि पांवटा साहिब में गेहूं की बंपर फसल होती है। हालांकि ज्यादातर गेहूं हरियाणा की मंडियों में जाती है। क्योंकि वहां पर आढ़ती अच्छे दामों पर गेहूं खरीदते हैं। पांवटा केंद्र मे एफसीआई के गुण निरीक्षक राज कृष्ण नेगी ने बताया कि एक दो दिन मे पांवटा अनाज मंडी में किसानों से गेहूं खरीद का केंद्र आरंभ कर दिया जाएगा।
किसानों को ऑनलाइन पेमेंट
जानकारी के मुताबिक फूड कारपोरशन ऑफ इंडिया पिछली बार की तरह इस बार भी किसानों के गेहूं की पेमेंट ऑनलाइन कर रही है। इसके लिए संबंधित किसान के खाते में आरटीजीएस की जाएगी। इसका मुख्य कारण यह भी है कि इस प्रक्रिया से जहां पेमेंट सीधा किसानों के खाते में जाएगी वहीं कोई ठेकेदार अपनी गेहूं यहां नही बेच पाएगा। इसके लिए एफसीआई ने किसानों से तीन चीजें अपने साथ लाने को कहा है। इसमे बैंक खाते की पासबुक, आधार कार्ड की प्रति और किसान पास बुक शामिल है। यदि किसी किसान के पास किसान पासबुक नही है तो वह पटवारी से अपनी जमीन की फर्द की प्रति भी ला सकता है। यदि किसी किसान को फर्द भी नहीं मिल पाती तो उसे मंडी समीति से लिखवाकर लाना पड़ेगा कि वह पांवटा का किसान है और उसके पास अपनी भूमि है, जिस पर उसने गेंहू की बिजाई की है। एसबीआई से एसबीआई मे 24 घंटे के भीतर किसानों के उत्पाद की पेमेंट होगी,जबकि अन्य बैंक के लिए एक या दो दिन लग सकते हैं। यह सब किसानों की सुविधा के लिए किया गया है।
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