इस बार कम दहके ऊना के जंगल

By: Jun 6th, 2019 12:02 am
इस साल पांच और पिछले साल अब तक 150 घटनाएं, प्रदेश में अन्य जिलों की अपेक्षा जिला ने पाया पहला स्थान, वन विभाग का डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान रहा सफल

ऊना -प्रदेश के सबसे गर्म जिला ऊना में इस साल जंगल जलने की नाममात्र घटनाएं हुई हैं। आकड़ों के आधार पर अब तक जिला ऊना प्रदेश के सभी जिलों में सबसे कम वनों की आग से प्रभावित होने वाला जिला बना है। प्रचंड गर्मी के मौसम में जहां ऊना के जंगल खूब दहकते थे। वहीं, इस बार जंगलों में आग की घटनाओं पर एक तरह से पूरी तरह से लगाम सी लग गई है। वन विभाग की ओर से आम लोगों को जागरूक करने के लिए शुरू किए गए डोर-टू-डोर अभियान के साकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। अब तक वर्ष 2019 में जिला में केवल मात्र चार ही जंगल जलने की घटनाएं हुई हैं। वहीं, गत वर्ष 2018 में अब तक यह संख्या 150 थी। इससे स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता है। जिला में जंगल जलने की घटनाओं पर अंकुश लगा है। ऊना जिला में हर साल जंगल आग की भेंट चढ़ते हैं। लाखों रुपए की वन संपदा को नुकसान पहुंचता है। यहां तक कि जंगल में आग की घटना होने पर जीव-जंतुओं का भी नुकसान झेलना पड़ता था। लेकिन इस साल वन विभाग को आग की घटनाओं से नाममात्र ही नुकसान हुआ है। मात्र चार आग की घटनाएं जिला भर में हुई हैं। जोकि अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि है। वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो वन विभाग की ओर से वनों को आग से बचाने के लिए लोगों को घर द्वार जाकर जागरूक किया जा रहा है, ताकि लोग आग की घटना से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक रहें। वहीं, इसके अलावा बिना सूचना अपनी घासनी या फिर मलकीयत भूमि में आग लगाने पर जुर्माने के तौर पर पांच हजार रुपए की राशि का प्रावधान भी है। यदि कोई व्यक्ति इस तरह के नियमों की अवहेलना करता पाया जाता है तो हिमाचल प्रदेश वन अग्नि अधिनियम के तहत पांच रुपए की राशि बतौर जुर्माना डाली जाती है। वहीं, सरकारी जंगल में आग लगाने वाले व्यक्ति के लिए सजा व जुर्माने का प्रावधान है। वन विभाग के जागरूकता अभियान के चलते कई लोगों ने वन विभाग को सूचना देने के बाद ही अपनी घासनियों में आग लगाई है। ताकि वन संपदा को नुकसान न पहुंचे। वहीं, जिन लोगों ने नियमों की अवहेलना की है उनके खिलाफ वन विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है। उधर, इस बारे में डीएफओ ऊना यशुदीप सिंह ने कहा कि लोगों को घर द्वार जाकर जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल जंगल जलने की नाममात्र घटनाएं हुई हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि नियमों का पालन करें। उन्होंने लोगों से अपील की कि जंगलों में सूखी घास को आग न लगाएं तथा आग की घटनाओं के प्रति सचेत रहें।

आग की घटना पर टोल फ्री नंबराों पर संपर्क करे

अगर आपके आसपास इस तरह की कोई भी आग की घटना होती है तो तुरंत जिला प्रशासन को टोल फ्री नंबर 101, 1077 पर संपर्क करें। संबधित विभाग की ओर से तुरंत कार्रवाई की जाएगी। ताकि आग की घटना में नुकसान न हो।

 

 


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