डिपुओं के राशन में अब पोषक तत्त्वों की भरमार

By: Jun 28th, 2019 12:02 am

रिफाइंड में मिलाई जाएगी विटामिन ए और डी नमक में होगा डबल आयोडीन के साथ आयरन

शिमला —खान-पान के चलते बीमारियों से जूझ रहे हिमाचल को पोषक तत्वों से युक्त रिफाइंड तथा मस्टर्ड ऑयल मिलेगा। इसके अलावा डबल आयोडीन के साथ नमक दिया जाएगा। अहम है कि फूड फोटिफिकेशन का यह नया प्रयोग हिमाचल की जयराम सरकार शुरू कर रही है। इसके तहत सस्ते राशन के डिपुओं में दिए जा रहे खाद्य पदार्थों में विटामिन-ए, विटामिन-डी और आयोडीन मिलाने की शर्त निर्धारित की गई है। इसके लिए राज्य सरकार ने नागरिक खाद्य एवं आपूर्ति निगम को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। एनीमिया के शिकार हो रहे लोगों को बचाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि प्रदेश के साढ़े अठारह लाख राशनकार्ड उपभोक्ताओं को अब डिपुओं में पोषक तत्वों से युक्त रिफाइंड और नमक देने का प्रयास किया जा रहा है। रिफाइंड में विटामिन-ए और डी मिलाया जाएगा, जबकि नमक में डबल आयोडिन के साथ आयरन भी मिलाया जाएगा। अभी डिपुओं में साधारण रिफाइंड और नमक ही दिया जाता है। इसके अलावा मिल्कफेड के दूध में भी विटामिन ए और डी मिलाया जाएगा। चावल में पहले से कैल्शियम और फॉलिक एसिड मिलाया जा रहा है। नीति आयोग के निर्देशों के बाद प्रदेश के उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाला राशन उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया गया है। जाहिर हे कि प्रदेश सरकार खाद्य तेल एवं रिफाइंड की खरीद टेंडर से करती है। जिस कंपनी को टेंडर दिया गया है उसे ही ये आदेश दिए जाएंगे, वह इसमें विटामिन ए और डी मिलाए। सप्लाई से पहले इसके सैंपल चैक किए जाएंगे। उसके बाद ही इसका वितरण होगा। जिला में नियुक्त फूड सेफ्टी ऑॅफिसर डिपुओं में जाकर रूटीन चैकिंग कर सैंपल भरेंगे।

हैल्थ सर्वे में ये आया था सामने

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से हिमाचल में करवाए गए हैल्थ सर्वे में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। पिछले साल इसकी रिपोर्ट आई थी। इसके मुताबिक प्रदेश के लोग एनीमिया का शिकार हो रहे हैं। छह महीने से पांच साल तक के बच्चों में एनीमिया की दर 54.4 में आंशिक कमी पाई गई थी। 15 से 49 आयु वर्ग की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं में यह दर 43.2 से बढ़कर 53.6 पहुंच गई है। गर्भवती महिलाओं 15 से 49 आयु वर्ग में यह 38.1 से बढ़कर 50.4 हो गई थी, जबकि इसी आयु वर्ग की आम महिलाओं में 43.0 से बढ़कर 53.5 और 15 से 49 आयु वर्ग के पुरुषों में 18.5 से बढ़कर 20.1 तक हो गई थी।

कद और भार कम

रिपोर्ट के अनुसार बच्चों के कद और वजन भी अपेक्षाकृत कम होना पाया गया था। इसके चलते सरकार का तर्क है कि पोष्टिक भोजन मिलेगा तो बच्चे तंदरुस्त रहेंगे और इससे गर्भवती महिलाओं को भी एनीमिया के प्रहार से बचाया जा सकता है।


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