बरसात का मौसम और आपके कपड़े

By: Jul 3rd, 2019 12:05 am

भारत में बरसात का मौसम मौज मस्ती का समय होता है, क्योंकि बारिश झुलसे हुए खेत-खलिहानों के लिए जीवन प्रदान करती है । परंतु छोटे बच्चों के अभिभावकों के लिए चिंता का विषय होती है, क्योंकि मौसम के बदलने से तेज बुखार होना, नाक बहना, संक्रमण फैलना आदि आम बात है । ऐसे समय में ब्च्चों को सुरक्षित रखने के लिए बरसात के मौसम में पहनने वाले कपड़े पहनाना आवश्यक होता है ।

बरसात

भारत में आमतौर पर बरसात का मौसम जून आधे से लेकर सितंबर आधे तक रहता है । देश के कुछ हिस्सों में जुलाई और अगस्त में बारिश बहुत तेज होती है। इसके अतिरिक्त भारत के कुछ हिस्सों में अप्रैल और अक्तूबर में हल्क-फुल्की बारिश होती है जो कि बहुत ज्यादा तो नहीं होती परंतु बच्चों की सेहत पर आवश्य असर करती है । बरसात के मौसम में बच्चों को सेहतमंद रखने के लिए उन्हें क्या पहनना चाहिए। बरसात के दिनों में सिरए छाती और पेरों को ढक कर रखें, जो कपड़े पानी को सोख लेते हैं और बच्चों को सूखा रखते हैं वहीं कपडे़ इस मौसम के लिए बेहतर विकल्प होते हैं ।

ऊपरी पोशाक 

यह सुनिश्चित करने के लिए कि अधिकतम बरसाती मौसम में बच्चा पूरी तरह सूखा रहे और आरामदायक महसूस करे हमें रैक्जीनएप्लास्टिक और कठोर प्लास्टिक से बने पार्दर्शी कपडे़ पहनाने चाहिए। बरसात में भीगने से बचने के लिए शिफोन एवं नाइलोन पहनना अनुकूल होगा क्योंकि इस प्रकार के कपड़े गीले होने पर भी जल्दी सूख जाते हैं । बरसात के मौसम में कीचड़ और पानी दोनों अवश्यंभावी होते हैं इसलिए हल्के कपड़े जैसे सूती, गाबर्डीन और रेशम मिश्रित कपड़े पहनना ठीक नहीं होता क्योंकि आप इनमें लगे जिद्दी दागों से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं ।

इनसे बचें

जींस, डेनिम और दूसरे भारी कपड़े क्योंकि उनमें पानी ठहर जाता है और उन्हें सूखने में बहुत देर लगती है क्योंकि धूप न निकलने के कारण कपड़े सूख नहीं पाते ।

बुने हुए और ऊनी कपडे़, क्योंकि पानी सोखने लेने के कारण यह सिकुड़ जाते हैं और तेज धूप न निकलने के कारण ऐसे कपड़े जल्दी सूख नहीं पाते ।

सिर पर ओढ़ने वाले कपडे़

* बरसात में सिर को टोपी, छाते और टोपीदार कोट से ढक कर रखना चाहिए ।

* छोटे बच्चों के लिए नाजार में छाते की शक्ल में कई रगों में हैट और टोपियां मिलती है

शरीर के लिए

बारिश से बचाव के लिए रैनकोट जैसे वजन में हल्के कपड़ों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए ।

शरीर से लगे छोटे बच्चों के लिए कुछ रैनकोट बेल्ट के साथ मिलते हैं जो पूरी तरह सुरक्षित होते हैं विशेषकर जब तेज हवा चलती है ।

पैरों के लिए

पानी से बचने के लिए टखनों से ऊपर पहने जाने वाले या बरसाती जूतों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो पैरों को तब भी पूरी तरह सूखा रखते हैं जब उनका पैर गलती से दलदल में फंस जाए ।


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