बॉलीवुड अभिनेता तुषार कपूर बेटे लक्ष्य को अपनी फिल्में नही दिखाना चाहते हैं।हाल ही में तुषार कपूर ने एकता कपूर की वेब सीरीज बू सबकी फटेगी से डिजिटल डेब्यू किया है। इस हॉरर कॉमेडी सीरीज को मिली जुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं। इन दिनों तुषार काम के अलावा अपने बेटे लक्ष्य के साथ टाइम स्पेंड

पूर्व गवर्नर बिमल जालान की अध्यक्षता वाली समिति केंद्रीय बैंक की आकस्मिक निधि (कॉन्ट‍िन्जेंसी फंड) से 50,000 करोड़ रुपये केंद्र सरकार को देने की सिफारिश कर सकती है. यह समिति अपनी रिपोर्ट इसी हफ्ते आरबीआई को सौंपेगी.

 झारखंड में उग्रवाद प्रभावित चतरा जिले के सदर थाना क्षेत्र के डाढ़ा गांव से पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय प्रस्तुति कमिटी (टीपीसी) के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि सूचना मिली थी कि उक्त प्रतिबंधित संगठन के उग्रवादी डाढ़ा गांव में संग़ठन के विस्तार तथा ठीकेदारों से लेवी

 हांगकांग के शा टिन जिले में चीन के विवादास्पद प्रत्यर्पण बिल के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प में 11 पुलिसकर्मी और कई प्रदर्शनकारी घायल हो गये जिसके बाद 30 से अधिक प्रदर्शनकािरयों को हिरासत में लिया गया है। आरटीएचके ब्रॉडकास्टर के अनुसार रविवार को पुलिस की तरफ से प्रदर्शनकारियों को सड़कों

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के दूसरे मून मिशन Chandrayaan-2 की लॉन्चिंग, लॉन्च से 56.24 मिनट पहले रोक दी गई. चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को तड़के 2.51 बजे देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च किया जाना था लेकिन 56.24 मिनट पहले काउंटडाउन रोक दिया गया. तत्काल इसरो वैज्ञानिक ये पता करने की

शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद होने वाला शेयर बाजार प्ताह के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार चढ़कर खुला। सेंसेक्स 273.72 पॉइंट्स की उछाल के साथ पॉइंट्स चढ़कर 39,009 पर खुला और एनएसई निफ्टी 0.54% की बढ़त के साथ 11,600 के पार नजर आया।

न पड़ेगी नई सुरंग बनाने की जरूरत और न ही अतिरिक्त जमीन चाहिए शिमला —मंडी जिला के बग्गी में पंडोह के पास भाखड़ा बांध मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) नया बिजली प्रोजेक्ट लगाएगा। प्रोजेक्ट बनाने के लिए न तो बीबीएमबी को सरकार से अतिरिक्त जमीन की जरूरत है और न ही यहां पर कोई नई सुरंग बनाने

शिमला —चंबा में सीमेंट प्लांट के लिए उद्योग विभाग के लगातार हो रहे प्रयास भी विफल साबित हुए हैं। तीन दफा इसके लिए टेंडर किए गए और बार-बार शर्तों में राहत प्रदान की गई, लेकिन कोई भी सीमेंट कंपनी इसके लिए रुझान नहीं दिखा रही है। एक भी कंपनी आगे नहीं आई है, जबकि इन

सोलन-हिमाचल की खूबसूरत वादियों में तेजी से बढ़ रहे कंक्रीट के जंगल न केवल मनमोहक सुंदरता पर ग्रहण लगा रहे हैं, वहीं मानव जीवन को भी खतरे में डाल रहे हैं। नियमों को ताक पर रखकर बन रही बहुमंजिला इमारतें विकास नहीं, बल्कि विनाश का कारण बन रही हैं। रविवार को कुमारहट्टी के पास धराशाई

आईपीएच विभाग की रिपोर्ट में खुलासा, अब बस्तियों में नए सर्वेक्षण के निर्देश शिमला —बिजली के क्षेत्र में जहां हिमाचल 100 फीसदी इलेक्ट्रिफाइड माना जाता है, वहीं पेयजल आपूर्ति में राज्य काफी पीछे है। यहां पर 15 फीसदी घरों में ही पानी पहुंचाया जा सका है।  आईपीएच विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक यहां के 15