दो दिन हिमाचल पर भारी

By: Aug 12th, 2019 12:01 am

कड़े तेवर दिखाएगा मौसम; धूप से फिर चढ़ा अधिकतम तापमान

शिमला – हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों के साथ-साथ शिमला, सोलन, मंडी, कुल्लू, सिरमौर व चंबा में दो दिन मौसम रौद्र रूप दिखाएगा। मौसम विभाग ने राज्य इन क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की मानें तो इस दौैरान मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। विभाग के पूर्वानुमान के तहत राज्य में 17 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान राज्य के अनेक स्थानों पर बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग द्वारा रविवार को भी राज्य के मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश होने की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन राज्य में मौसम के मिजाज़ विभाग की चेतावनी के उल्ट बने रहे। हालांकि राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में शाम के समय आसमान में काले बादल घिरने शुरू हो गए थे, लेकिन दिन के समय मौसम साफ रहने से कई क्षेत्रों के अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक का उछाल आंका गया है। केलांग के तापमान में सबसे अधिक तीन डिग्र्री का उछाल आया है। इसके अलावा सोलन, कल्पा, सुंदरनगर में एक डिग्री तक पारा चढ़ा है। भुंतर, धर्मशाला, ऊना व डलहौजी के अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। शनिवार शाम के समय राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश रिकॉॅर्ड की गई है, लेकिन इसके बावजूद न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी आंकी गई है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने खबर की पुष्टि की है।

साढ़े 348 करोड़ की चपत

हिमाचल प्रदेश में बारिश से नुकसान का आंकड़ा 348 करोड़ से पार हो गया है। राज्य में बारिश से अब तक 348 करोड़ 41 लाख का नुकसान हो गया है। पीडब्ल्यूडी को सबसे ज्यादा 228 करोड़ 41 लाख का नुकसान हुआ है। इसके अलावा आईपीएच को 120 करोड़ की चपत लगी है।

मकानोें को भी नुकसान

बारिश से मंडी में दो कच्चे मकानों को नुकसान पहुचां है। राज्य आपदा प्राधिकरण के मुताबिक इन मकानों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा राज्य के अन्य स्थानों पर बारिश से कोई नुकसान नहीं हुआ है। राज्य में बारिश से अब तक 17 पक्के मकान व 25 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके अलावा 67 पक्के मकानों व 195 मकानों को आंशिक नुकसान भी हुआ है।

86 रोड अभी भी बंद

शिमला – हिमाचल में अभी भी भारी बारिश के कारण 86 मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध पड़े हुए हैं। ऐसे में अगामी दिनों के दौरान जारी भारी बारिश का येलो अलर्ट दिक्कतें झेल रहे लोगों को ओर परेशानियों में डाल सकता है। राज्य में भारी बारिश के चलते हुए लैंडस्लाइड से 86 मार्ग बंद चल रहे हैं। मंडी ज़ोन में सबसे अधिक मार्ग यातायात के  लिए अवरुद्ध पडे़ हुए हैं। मंडी ज़ोन में 59 मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया है। इसके अलावा शिमला ज़ोन में 18, कांगड़ा में पांच और हमीरपुर में चार मार्गों पर यातायात ठप पड़ा हुआ है। पीडब्ल्यूडी का दावा है कि अवरुद्ध मार्ग जल्द ही वाहनोें की आवाजाही के लिए बहाल कर दिए जाएंगे।

ऊना तर-ब-तर, लाहुल स्पीति में सूखा

पालमपुर – जिला ऊना पर इंद्रदेव अगस्त में पूरी तरह मेहरबान हैं। ऊना जिला में इस माह अब तक 265.1 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो कि सामान्य 114.7 मिमी की तुलना में 131 फीसदी ज्यादा है। प्रदेश में ऊना ही एकमात्र ऐसा जिला है, जहां बारिश का आंकड़ा 250 मिमी के पार पहुंच चुका है। प्रदेश भर में अगस्त में अब तक बारिश का ग्राफ 93.8 मिमी रहा है, जो कि सामान्य 109.3 मिमी के मुकाबले 14 प्रतिशत कम है। अगस्त में अब तक पांच जिलों में सौ मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। जिला कांगड़ा में बारिश का ग्राफ 193.5 मिमी तक जा पहुंचा है, लेकिन यह सामान्य 260.9 मिमी के मुकाबले अभी भी 26 प्रतिशत कम है। जिला बिलासपुर में 181.8 मिमी मेघ बरसे हैं, जो कि सामान्य 131.5 मिमी की तुलना में 38 फीसदी ज्यादा हैं। हमीरपुर में बारिश का ग्राफ 173 मिमी तक पहुंचा है, जो औसत 126.8 मिमी के मुकाबले 36 प्रतिशत अधिक है। मंडी में 144 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, लेकिन यह आंकड़ा सामान्य 156.6 मिमी के मुकाबले आठ फीसद कम है। इस माह सौ मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज करने वाले जिलों में सिरमौर भी शामिल है, जहां बारिश का ग्राफ 133.2 मिमी रहा है, लेकिन यह अभी सामान्य 178.7 मिमी की तुलना में 25 प्रतिशत कम है। वहीं जिला कुल्लू में सामान्य से छह, जिला शिमला में 15 और जिला सोलन में औसत से 52 प्रतिशत कम बारिश अब तक अगस्त में दर्ज हुई है। उधर, मानसून सीजन में अब तक प्रदेश में सामान्य 482.8 मिमी के मुकाबले 363.3 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो कि औसत से 25 प्रतिशत कम है।


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