हिमाचली मीट अब इंटरनेशनल मार्केट में

By: Sep 18th, 2019 12:01 am

पशुपालन विभाग बाहरी राज्यों की कंपनियों से साधेगा संपर्क, अभी देश में ही नहीं जा रहे प्रदेश के पशु

शिमला – हिमाचल के मीट कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। अब प्रदेश सरकार व पशुपालन विभाग नेशनल व इंटरनेशनल मीट कारोबारियों से संपर्क साधेंगे। पशुपालन विभाग का तर्क है कि हिमाचल में पालतू पशु और मीट संबंधित पशुओं में वर्ष 2030 तक सभी बीमारियां खत्म करना है। दरअसल दस साल से हिमाचल का मीट दूसरे देश, तो दूर भारत के दूसरे राज्यों में भी खरीदा नहीं जा रहा है। इसकी वजह यह है कि हिमाचल में मीट संबंधित बकरी, सूअर में भी पालतू पशुओं जैसी बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं। हैरानी तो इस बात की है कि मीट संबंधित इन पशुओं में एलर्जी जैसी बीमारियों की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। यह एलर्जी दूसरे देशों के पशुओं में न आ जाएं, इस मकसद से सालों से बड़े इंटरनेशनल लेवल के मीट कारोबारी हिमाचल में नहीं आ रहे हैं। यही वजह है कि हिमाचल का मीट केवल राज्य तक ही सिमित है। इसके साथ ही हिमाचल में सही रेट न मिलने की वजह से हिमाचल की मार्केट कई साल से मंदी के दौर से गुजर रही है। जानकारी तो यह भी है कि प्रदेश का मीट फोर्न तक पहुंचाने का प्रयास पशुपालन विभाग कर रहा है। बताया जा रहा है कि विभाग ने प्रोपोजल तैयार कर दिया है, जल्द ही यह प्रोपोजल सरकार को सौंपा जाएगा। बता दें कि हिमाचल की मीट मार्केट को देश-विदेशों में पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार भी सहयोग देगी। राज्य के पशुओं को हो रही बीमारियां खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल के दूध व मीट संबंधित सभी पशुओं को फ्री में एनएडीसीपी (नेशनल एनीमल डीसिस कंट्रोल प्रोग्राम) टीकाकरण इस रोग को दूर करने के लिए दिया है। खास बात यह है कि पशुओं को लगने वाले यह एनएडीसीपी टीके लगने शुरू हो भी हो गए हैं। जिला पशुपालन विभाग के उपनिदेशक पशुओं को यह फ्री टीका लगाने के बाद निदेशालय में इस बारे में जानकारी भेज रहे हैं। खास यह कि एनएडीसीपी के तहत लगभग 49 लाख पशुओं को खुर पक्का मुंह पक्का रोग से छुटकारा दिलवाया जाएगा। अहम है पहले एनएडीसीपी के टीके गाय व भैंस को ही लगाए जाते थे, लेकिन इस बार पहली बार भेढ़, बकरी, सूअर को भी ये टीके फ्री में केंद्र सरकार की ओर से लगाए जा रहे हैं। पशुपालन विभाग का दावा है कि इससे प्रदेश में विभिन्न पशुओं को लगने वाला रोग दूर हो जाएगा।

मथुरा से मंगवाए इंजेक्शन

पशुपालन विभाग ने मथुरा से पशुओं के लिए ये टीके मंगवाए हैं। पशुपालन विभाग के विशेषज्ञों का मानना है कि खुर पक्का मुंह पक्का रोग की वजह से हिमाचल में हर साल सैकड़ों पशुओं की मौत भी होती है। अब जब यह टीके सभी पशुओं को किए जा रहे हैं, तो बीमारी की वजह से पशुओं की मौत नहीं होगी। इससे प्रदेश के किसानों को भी प्रॉफिट होगा। वहीं, पशुओं को लगने वाली बीमारियों की वजह से दूध के कम होते जा रहे व्यापार को भी बढ़ावा मिल जाएगा। मीट मार्केट को कैसे पॉपुलर किया जा सकता है, इसके बारे में कारोबारियों से भी सुझाव लिए जाएंगे। उनके सुझाव भी पशुपालन विभाग प्रोपोजल में शामिल करेगा और सरकार को भेजेगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App