कैदियों के पास मिले 11 मोबाइल

By: Nov 25th, 2019 12:02 am

जेल प्रशासन ने किया निरीक्षण, जम्मू- कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीनने के बाद, श्रीनगर उपकारागार में बंद हैं 24 नेता

श्रीनगर  – जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में उपकारागार में तबदील विधायकों के होस्टल के पुराने ब्लॉक में बंद राजनीतिक कैदियों से कम से कम 11 मोबाइल बरामद किए गए हैं। पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा को निष्प्रभावी करने के बाद पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित 24 से अधिक राजनीतिक नेताओं को रविवार को होटल से विधायक होस्टल (उपकारागार) में स्थानांतरित किया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि  उपकारागार में भारी सुरक्षा के इंतजाम के बावजूद इनके पास से मोबाइल फोन होने के मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार को राजनीतिक कैदियों के कमरों के औचक निरीक्षण के दौरान वहां से 11 मोबाइल फोन बरामद किए गए। हालांकि उपकारागार में बंद कुछ वरिष्ठ राजनेताओं ने इसका विरोध किया और अपने कमरों की जांच की अनुमति नहीं दी। प्रशासन ने विधायकों के पुराने ब्लॉक के 35 कमरों को उपकारागार में तबदील किया है। जेल के पांच कमरे सुरक्षा कर्मियों के लिए हैं। इससे पहले बारामूला, कठुआ और श्रीनगर जेल की औचक जांच के दौरान मोबाइल फोन और अन्य गैजेट बरामद किए गए थे।  केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त से अनुच्छेद-370 और अनुच्छेद 35-ए को निष्प्रभावी करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने के बाद से नेशनल कान्फ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कान्फ्रेंस सहित 31 से अधिक राजनीतिक दलों के नेताओं को एक होटल में हिरासत में  रख था। हालांकि पांच अगस्त से भारतीय पर्यटन विकास निगम (आइटीडीसी) के स्वामित्व वाले होटल में राजनीतिक कैदियों को रखने का 2.65 करोड़ रुपए का बिल आने के बाद इसकी आलोचना होने पर हाल ही में इन नेताओं को उपकारागार में स्थानांतरित किया गया।  जिन नेताओं को हिरासत में लिया गया है, उनमें नेकां के वरिष्ठ नेता अली मोहम्मद सागर, पीडीपी-भारतीय जनता पार्टी  गठबंधन सरकार में पीडीपी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता नईम अख्तर, पीपुल्स कान्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन और भारतीय प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़कर नेता बने शाह फैसल भी हैं।  हिरासत में लिए गए नेता नईम अखतर के परिजनों ने आरोप लगाया कि उपकारागार में कमरों को गर्म रखने समेत अन्य आधारभूत सुविधाओं की कमी है। तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों में फारुक अब्दुलला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को पिछले तीन महीनों से हिरासत में रखा गया है। डा. अब्दुल्ला को उनके आवास गुपकर में हिरासत में रखा गया है, जबकि उमर को श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस और महबूबा को टूरिस्ट हट से स्थानांतरित कर श्रीनगर शहर में सरकारी आवास जबेरवन रेंज में हिरासत में रखा गया है। बहरहाल, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में उपकारागार में बंद राजनीतिक कैदियों से  11 मोबाइल बरामद किए गए हैं।


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