पांच टिप्स आजमाओ, बन जाओ टॉपर

By: Dec 18th, 2019 12:25 am

 हमारा दिमाग नई सीखी हुई चीज या सूचना 80 से 100 प्रतिशत तक केवल 24 घंटे के लिए ही धारण कर पाता है। अगर इस दौरान दोबारा न पढ़ा जाए या रिपीट न किया जाए तो उतनी ही तेजी से भूलने का चक्र भी शुरू हो जाता है। इसलिए पहला रिवीजन 24 घंटे खत्म होने तक जरूर हो जाना चाहिए…

‘आइ’ का करो यूज

तुम कितनी देर तक किसी चीज पर कॉन्सन्ट्रेशन कर पाते हो। हमने यह क्वेश्चन पिछले तीन सालों में करीब 50,000 स्टूडेंट्स से किया। इनमें से 99 प्रतिशत ने ‘न’ में आंसर दिया।

कैसे बढ़ाओगे कॉन्सन्ट्रेशन पावर

जब तुम अपनी पसंद की फिल्म देखने जाते हो तो तीन घंटे उसी में आंखें गड़ाए बैठे रहते हो। उसी तरह क्रिकेट मैच में खाना-पीना छोड़कर एकटक उसे देखते रहते हो। तुम खुद को उसी में लगा देते हो, लेकिन पढ़ाई करते हुए ध्यान बंटने में ज्यादा टाइम नहीं लगता। अगर मीलों दूर म्यूजिक बज रहा हो तो जैसे पढ़ाई से ध्यान हटाने का बहाना मिल गया हो, तुम्हारा ध्यान तुरंत पढ़ाई से हट जाता है।

पहले समझो कॉन्सन्ट्रेशन का मीनिंग

इसे समझने के लिए हमें ‘रुचि’ को अच्छे ढंग से समझना होगा। इमेजिन करो कि तुम्हें पिछले वीक पार्टी के फोटो दिए जाते हैं, जिसमें तुम भी थे। तुम उन फोटो में क्या देखोगे।

जाहिर है, तुम उन फोटो में अपनी फोटो देखने की कोशिश करोगे। ज्यादातर टाइम तुम्हारी रुचि अपने आप को देखने में रहती है। इसका मतलब, जिस सब्जेक्ट में तुम ज्यादा रुचि लेते हो, उसमें कॉन्सन्ट्रेशन ज्यादा कर पाते हो। तुम उस सब्जेक्ट को जल्दी सीख भी लेते हो।

खुद को शामिल करो

जब तक हम रिपीट न करें, किसी चीज को पढ़ने और सीखने का कोई महत्त्व नहीं है। तुम हम सब जानते हो कि दोहराना कितना जरूरी है। अच्छा रिजल्ट पाने के लिए वैज्ञानिक तरीके से रिपीट करना इम्पॉर्टेट है।

वैज्ञानिक तरीके से रिपीट करना

इसे हम एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं। अगर हम किसी टॉपिक को दो घंटे दिन में याद करते हैं, तो इसे कब रिपीट करना चाहिए। वैज्ञानिक तौर पर कहें तो पहले 24 घंटे खत्म होने तक हो जाना चाहिए। इसका एक कारण है। हमारा दिमाग नई सीखी हुई चीज या सूचना 80 से 100 प्रतिशत तक केवल 24 घंटे के लिए ही धारण कर पाता है। अगर इस दौरान दोबारा न पढ़ा जाए या रिपीट न किया जाए तो उतनी ही तेजी से भूलने का चक्र भी शुरू हो जाता है। इसलिए पहला रिवीजन 24 घंटे खत्म होने तक जरूर हो जाना चाहिए।

 


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